कोरबा जिले में विवादित कंपनी फ्लोरा मैक्स के करोड़ों के घोटाले के मामले में अब पुलिस ने गहरी कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। इस सिलसिले में पुलिस ने 10 महिलाओं को गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर इस स्कैम में टॉप टेन की भूमिका में थी। गिरफ्तार की गई महिलाओं के नाम मीडिया के सामने नहीं लाए गए हैं, लेकिन यह स्पष्ट है कि यह मामला एक बड़े नेटवर्क से जुड़ा हुआ है।
इस मामले में पहले ही फ्लोरा मैक्स के डायरेक्टर अखलेश सिंह और केयर टेकर मया राम साहू को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्हें जेल भेजने की कार्रवाई की गई थी। अब तक की जांच में यह सामने आया है कि कंपनी ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रलोभन देकर उन्हें ठगा। महिलाओं ने एसपी और कलेक्टर के पास अपने साथ हुई ठगी की शिकायतें दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तार की गई महिलाओं के पास कंपनी द्वारा खरीदी गई आधा दर्जन से अधिक चारपहिया गाड़ियों को भी जब्त किया गया है। एडिशनल एसपी यूवीएस चौहान ने कहा कि यह कहना अभी मुश्किल है कि कुल कितनी महिलाओं के साथ इस कंपनी ने धोखाधड़ी की थी। यह मामला अभी भी जांच के अधीन है और पुलिस . भी कार्रवाई जारी रखेगी।
फ्लोरा मैक्स द्वारा चलाए जा रहे इस घोटाले ने उन महिलाओं के विश्वास को तोड़ दिया, जिन्होंने कंपनी में निवेश करने का निर्णय लिया था। कंपनी ने उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का वादा किया था, लेकिन अंततः उन्होंने सामूहिक रूप से ठगी का शिकार बन गए। अब पुलिस ने कंपनी को सील कर दिया है और . की कार्यवाही में अन्य संभावित आरोपियों की गिरफ्तारी भी हो सकती है। फ्लोरा मैक्स कंपनी सिटी मॉल में संचालित थी, जहां पुलिस ने शिकायत के बाद कंपनी को सील कर दिया है। वहीं, . की जांच में जुट गई है।