J&K – Bihar News: जाली करेंसी मामले में कश्मीर से पकड़े गए सरफराज का नया दावा, पुलिस रिमांड में उठेगा राज से पर्दा – #NA

मोतिहारी पुलिस ने फेक करेंसी के मामले में कश्मीर से लाए गए सरफराज को चार दिन के ट्रांजिट रिमांड पर लेकर मोतिहारी पहुंचा दिया है। सरफराज, जो खुद को कश्मीर में पोल्ट्री फार्म का व्यवसायी बताता है, को मोतिहारी सिविल कोर्ट के सत्र न्यायाधीश के समक्ष पेश किया गया। वहां से उसे मोतिहारी के सेंट्रल जेल भेज दिया गया है। अब मोतिहारी पुलिस सरफराज की भूमिका और उसकी संलिप्तता की सच्चाई को सामने लाने के लिए रिमांड पर पूछताछ करेगी।

 

जानकारी के मुताबिक, मोतिहारी पुलिस ने पांच सितंबर को एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर और तीन अन्य युवकों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार किए गए युवकों में भागलपुर का सॉफ्टवेयर इंजीनियर नजरे सद्दाम, भोजपुर और पटना के युवक शामिल थे। इनसे पूछताछ के दौरान पता चला कि ये लोग नेपाल से जाली नोट लेकर कश्मीर में पहुंचा रहे थे।

 

नजरे सद्दाम ने पुलिस को बताया कि वह नेपाल से जाली करेंसी लेकर अनंतनाग के सरफराज को पहुंचाता है। नजरे के अनुसार, सरफराज चुनाव को प्रभावित करने के लिए कश्मीर में जाली नोटों का इस्तेमाल करता है। इसके अलावा, उसने यह भी दावा किया कि सरफराज का पाकिस्तान से भी रिश्ता है।

 

अब गिरफ्तारी के बाद सरफराज ने खुद को बेगुनाह बताते हुए कहा कि उसका कश्मीर में पोल्ट्री फार्म का व्यवसाय है। उसने फेसबुक के जरिए भागलपुर के सॉफ्टवेयर इंजीनियर नजरे सद्दाम से दोस्ती की थी। सरफराज के अनुसार, नजरे सद्दाम ने कश्मीर में दो बार उसके घर पर ठहरने के दौरान उससे दो लाख रुपये उधार लिए थे। सरफराज ने यह भी दावा किया कि वह नजरे को पैसे का भुगतान मैसेज के माध्यम से मांग रहा था।

 

मोतिहारी पुलिस अब सरफराज से पूछताछ के दौरान यह जानने की कोशिश करेगी कि क्या नजरे सद्दाम का बयान सच है या सरफराज सिर्फ पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। पुलिस का ध्यान यह भी होगा कि सरफराज और नजरे सद्दाम के बीच के संबंध और जाली करेंसी के पीछे की मंशा को स्पष्ट किया जा सके।

 

मोतिहारी के एसपी स्वर्ण प्रभात ने कहा कि सरफराज को रिमांड पर लेकर विस्तृत पूछताछ की जाएगी। अगर जरूरत पड़ी तो सॉफ्टवेयर इंजीनियर नजरे सद्दाम को भी आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जाएगी। एसपी ने भरोसा दिलाया कि पुलिस जल्द ही जाली करेंसी और सरफराज के बीच के रिश्ते और मंशा की सच्चाई को सामने लाएगी।

 

इस मामले की जांच को लेकर मोतिहारी पुलिस पूरी तरह से सतर्क है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अगर जांच में सरफराज की भूमिका स्पष्ट होती है, तो इस संबंध में कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, सरफराज की निर्दोषता की पुष्टि होने पर उसे जल्द राहत भी दी जा सकती है।

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