यूपी – यूपी में पेपर लीक के बाद गले की फांस बना कॉपीकांड, फिर से जंचेंगी PCS J मेंस की सभी कॉपियां – #INA
PCS main exam copies will be rechecked: पीसीएस जे मुख्य परीक्षा 2022 की सभी 18042 उत्तरपुस्तिकाओं की लोक सेवा आयोग फिर से जांच करेगा। इसकी प्रक्रिया शुरू भी कर दी गई है। पीसीएस जे अभ्यर्थी श्रवण पांडेय की याचिका पर लोक सेवा आयोग ने हाईकोर्ट में शुक्रवार को दाखिल हलफनामे में इसकी जानकारी दी है। आयोग ने माना कि पूरी सर्तकता के बावजूद गलती हो सकती है। यदि ऐसा हुआ है तो उसे सुधारा जाएगा।
आयोग को उत्तर पुस्तिकाएं कोर्ट में पेश करने का दिया निर्देश इससे पहले कोर्ट ने श्रवण पांडेय के छह प्रश्न पत्रों की उत्तर पुस्तिकाएं कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत करने का लोक सेवा आयोग को निर्देश दिया था। याची अभ्यर्थी ने आरोप लगाया है कि उसकी अंग्रेजी विषय की उत्तर पुस्तिका में हैंडराइटिंग बदली हुई है तथा एक अन्य उत्तर पुस्तिका के कुछ पन्ने फाड़े गए हैं। जिसकी वजह से वह मुख्य परीक्षा में सफल नहीं हो पाया। श्रवण पांडेय की याचिका पर न्यायमूर्ति सिद्धार्थ वर्मा और न्यायमूर्ति मनीष कुमार निगम की खंडपीठ सुनवाई कर रही है।
हैंडराइटिंग बदली मिली
याची का पक्ष रख रहे अधिवक्ता विभु राय का कहना था कि याची ने 2022 पीसीएस जे मुख्य परीक्षा में असफल होने पर आरटीआई से जानकारी मांगी तो पता चला कि अंग्रेज़ी की उत्तर पुस्तिका में उसकी हैंडराइटिंग नहीं है। इस पर कोर्ट ने याची की सभी छह विषयों की उत्तर पुस्तिकाएं प्रस्तुत करने के लिए कहा था। सभी उत्तर पुस्तिकाओं की जांच कराई जा रही है।
कॉपीकांड गले की फांस
समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ-एआरओ) 2023 की प्रारंभिक परीक्षा के पेपर लीक के बाद अब उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा सिविल जज जूनियर डिवीजन (पीसीएस-जे) भर्ती 2022 की मुख्य परीक्षा में अभ्यर्थी की हैंडराइटिंग बदलने का आरोप उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के गले की फांस बन गया है। इन दोनों प्रकरणों की वजह से प्रदेश में 2017 में सरकार बदलने के बाद से नियमित भर्तियां कर रहे आयोग की रफ्तार पर भी ब्रेक लग गया है। पीसीएस-जे 2022 की मुख्य परीक्षा में शामिल सभी 3019 अभ्यार्थियों की 10842 उत्तर पुस्तिकाओं की जांच के बाद ही तस्वीर साफ होगी कि कितने बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है।
रोल नंबर की जगह फेक मास्टर कोड अंकित किया
अधिवक्ता ने बताया कि उत्तर पुस्तिकाओं पर रोल नंबर की जगह फेक मास्टर कोड अंकित किया जाता है। इसे डिकोड करने के बाद ही सही उत्तर पुस्तिका तक पहुंचा जा सकता है। यह कार्य गोपनीय है और बहुत कम कर्मचारी लगाए गए हैं। इसलिए जांच पूरी होने के बाद ही याची की उत्तर पुस्तिकाएं कोर्ट में प्रस्तुत की जा सकेंगी। कोर्ट ने एक जुलाई की तारीख नियत करते हुए उस दिन जांच का परिणाम बताने और कॉपी प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।
सरकार ने इस भर्ती में बदल दिए थे नियम
पीसीएस-जे 2022 में शासन ने महत्वपूर्ण बदलाव किए थे। अप्रैल 2022 में हुई कैबिनेट बैठक में उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा (चतुर्थ संशोधन) नियमावली 2022 को मंजूरी दी गई थी। अंग्रेजी भाषा के 200 अंकों के प्रश्नपत्र की बजाय अंग्रेजी और हिंदी भाषाओं के 100-100 अंकों के प्रश्नपत्र पूछे गए थे। न्यायिक अधिकारियों की भर्ती में दिव्यांगों के लिए चार प्रतिशत आरक्षण का भी प्रावधान किया गया था। उससे पहले आयोग ने 2018 में 610 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी जो 20 जुलाई 2019 को पूरी हुई थी।
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