खबर शहर , Agra News: बारिश के बाद गर्मी से राहत, जल भराव बना आफत – INA
कासगंज। जिले में शनिवार को हुई बारिश से पारा नीचे आ गया, जिससे मौसम सुहाना हो गया। लोगों को गर्मी से राहत मिल गई, लेकिन बारिश होने के कारण सूखने के लिए डाली गई मक्का की फसल भीग गई। वहीं जलभराव हो जाने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बारिश के चलते अधिकतम तापमान गिरकर 38 डिग्री सेल्सियस रह गया जबकि न्यूनतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
किसान ने जायद की फसल में बोई मक्का की फसल की कटाई तो कर ली है, लेकिन इस फसल को सूखने के लिए डाल रखा है। शहर के समीपवर्ती गांव के किसानों ने सड़क के किनारे यह फसल सूखने के लिए डाल रखी थी। दोपहर के समय जैसे ही बूंदाबांदी शुरू हुई वैसे ही किसान फसल को समेटने में जुट गया, लेकिन अचानक तेज बारिश शुरू हो गई , जिससे फसल भीग गई। बारिश के बाद नदरई झाल के पुल सहित कई अन्य स्थानों पर पानी भर गया। जिससे लोगों को आवागमन में दिक्कतें हुई।
वैसे जिले में सुबह से बादलों ने डेरा डाल रखा था, जिससे सुबह से ही गर्मी से राहत मिलना शुरू हो गई। सुबह के समय न्यूनतम पारा 27.2 डिग्री रहा। गर्मी कम रहने से बाजार में चहल- पहल बनी रही, लोग बाजार में सामान की खरीदार के लिए निकले, दोपहर दो बजे बादल काफी घने हो गए और तेज हवा चलने लगी। इसके बाद बूंदाबांदी होने लगी, देखते ही देखते तेज बारिश शुरू हो गई। काफी देर तक बारिश होती रही। इसके बाद मौसम काफी सुहाना हो गया, अधिकतम पारा 38 डिग्री तक ही पहुंच सका। सांय के समय भी मौसम काफी अच्छा रहा। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में बारिश हो सकती है, जिससे पारा और नीचे आने की संभावना है।
बच्चों ने की मस्ती
बारिश का दौर शुरू होते ही बच्चे अपने घरों से बाहर निकल आए और टोलियां बनाकर मस्ती करने लगे। घरों की छतों पर चढ़कर भी बच्चों ने बारिश के पानी में भीगकर गर्मी से राहत ली।
पटरी दुकानदारों को हुई दिक्कत
कासगंज। बारिश से पटरी व्यवसाय पर असर देखा गया। पटरी पर सामन बेचने वाले विक्रेताओं ने बूंदाबंदी शुरू होते ही सामान को भीगने से बचाने के लिए तिरपाल से ढकना शुरू कर दिया, वहीं जमीन पर सामान बिक्री करने वाले विक्रेताओं ने अपना सामन समेट लिया।
बारिश बनी फसलों के लिए वरदान
कासगंज। जिले में शनिवार को दोपहर के समय हुई बारिश फसलोें के लिए वरदान बन गई। किसान मक्का, दलहन, तिलहन की फसलों की बुवाई कर सकेंगे। धान की रोपाई भी आसानी से हो सकेगी। खेतों में मूंगफली, मूंग, अरबी सहित अन्य फसलें हैं। गर्मी से ये फसलें सूखने लगी थीं। शनिवार को दोपहर के समय हुई अच्छी बारिश के बाद फसलें लहलहाने लगीं। वहीं किसान धान की रोपाई करने एवं मक्का, अरहर, उर्द, तिलहन आदि की फसलों की बुवाई के लिए बारिश का इंतजार कर रहा था। बारिश हो जाने से किसान की मुराद पूरी हो गई।
फसलों का रकबा हेक्टेयर में
मूंग- 340
मूंगफली- 270
अरबी- 500
अरहर-1589
उर्द-1525
तिल-1195
धान-17065
मक्का-40230
ज्वार-52
धान की पौध तैयार करने में होगी आसानी
– बारिश से धान की फसल के लिए पौध तैयार करने में अब आसानी हो जाएगी। अन्य फसलों के लिए बारिश लाभदायक है।- संजय, किसान
– खरीफ की फसल के लिए किसान खेत तैयार कर चुका है। बारिश हो जाने से फसलों की बुवाई में आसानी हो गई है। – प्रहलाद, किसान
बारिश से फसलों को फायदा है। किसान अब खरीफ की फसलों में मक्का, दलहन, तिलहन की फसलों की बुवाई कर सकेंगे। धान की रोपाई भी हो जाएगी। – अवधेश मिश्र, जिला कृषि अधिकारी