यूपी – भयावह वारदात: यूपी में दोहराई जा रही क्रूर कहानी…प्रियंका का सवाल- क्या बेटियों संग सलूक जानने का हक भी नहीं – INA
फर्रुखाबाद में फंदे पर लटके मिले दोनों सहेलियों के शवों को पोस्टमार्टम कराने के बाद गांव लाया गया तो आक्रोशित परिजनों ने हत्या का आरोप लगाकर विरोध शुरू कर दिया। उन्होंने शवों को उठने नहीं दिया। एसडीएम व सीओ कायमगंज के समझाने पर भी परिजन नहीं माने। दो घंटे बाद पहुंचे डीएम व एसपी ने परिजनों को हर स्तर पर कार्रवाई करने का भरोसा दिया। उसके बाद परिजनों ने शवों का अंतिम संस्कार किया।
एक गांव की युवती (18) और किशोरी (17) दोनों सहेलियां सोमवार रात जन्माष्टमी का कार्यक्रम देखने मंदिर गईं थी। करीब 9 बजे रात वे घर लौटी, इसके बाद बुआ के घर जाने की कहकर दोबारा चली गईं। दूसरे दिन सुबह पास के ही आम के बाग में उनके खुद के दुपट्टे से दोनों सहेलियां लटकी मिलीं। पोस्टमार्टम में दोनों सहेलियों की फंदा लगाने से दम घुटने के कारण मौत की पुष्टि हुई। परिजन शव लेकर गांव चले गए।
स्थिति को भांपकर एसपी आलोक प्रियदर्शी ने सीओ कायमगंज जय सिंह परिहार, इंस्पेक्टर रामअवतार सहित कई थानों की पुलिस को गांव में तैनात कर दिया। मुख्य अग्निशमन अधिकारी विजय प्रकाश को दमकल की गाड़ी के साथ मंगलवार रात गांव में भेजा गया। बुधवार सुबह जब परिजनों से शवों के अंतिम संस्कार के लिए कहा तो वह रिश्तेदार आने की बात कहने लगे। दो घंटे बाद भी परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी नहीं हुए।
सीओ जय सिंह परिहार व एसडीएम ने उनको समझाया। परिजन शव लेकर अंतिम संस्कार स्थल पर पहुंचे। वहां चिताओं में आग लगाने के लिए राजी नहीं हुए। परिजनों का आरोप था कि दोनों सहेलियां एक साथ दुपट्टे से फंदा लगाकर आत्महत्या नहीं कर सकती हैं। जानकारी मिलने पर डीएम डॉ वीके सिंह व एसपी आलोक प्रियदर्शी अंतिम संस्कार स्थल पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को समझाकर सभी पहलुओं पर जांच कर कार्रवाई करने का भरोसा दिया। इसके बाद परिजनों ने शवों को अंतिम संस्कार कर दिया।