देश – अपहरण का मामला समझ रहे लोग, वीडियो वायरल, पुलिस को देनी पड़ी सफाई – #NA
Ghaziabad News :
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो रात के समय का है। सड़क किनारे खड़ी एक कार में कुछ लोग जबरन दो लोगों को कार में ठूंसने का प्रयास करते दिख रहे हैं, इस दौरान गाली गलौच और मारपीट भी होते देखी और सुनी जा रही है। पूरा नजारा इस प्रकार का है कि जैसे किसी को अगवा किया जा रहा हो, सोशल मीडिया पर इसे अगवा करने का मामला बताया जा रहा है, लेकिन ऐसा है नहीं, गाजियाबाद पुलिस ने यह साफ कर दिया है। यह जवान गाजियाबाद पुलिस के हैं और अपराधी समझकर किसी अन्य को पकड़ बैठे हैं। सादे कपड़ों में पुलिस इस तरह के काम करेगी तो लोग इसे क्या कहेंगे? खैर सीसीटीवी में कैद हुई यह पूरी घटना सोशल मीडिया पर वायरल है।
एसीपी लोनी का आया बयान
सीसीटीवी फुटेज का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो एसीपी लोनी सूर्यबली मौर्य ने बयान जारी कर दिया। उन्होंने बताया कि यह जवान गाजियाबाद पुलिस के हैं जो मुखबिर की सूचना पर लोनी निवासी शातिर वाहन चोर नूर मोहम्मद उर्फ रिंकू पुत्र नौशाद का पीछा करते हुए बागपत में मेरठ रोड तक पहुंच गए और कार से उतरते उनमें से एक को नूर मोहम्मद समझकर दबोच लिया और गाडी में डालकर चलने लगे, लेकिन उसके बताने पर कि वह नूर मोहम्मद नहीं फलां है, पुलिस ने उसे मौके पर ही छोड़ दिया। अब इस फलां पर पुलिस से जो मोहब्बत बरसाई है, उसका हिसाब कौन देगा?
एसीपी बोले जांच कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी
वाहन चोर होने के आभास पर पुलिस ने आम आदमी के साथ जो सलूक किया है, वह सोशल मीडिया पर पूरी दुनिया देख रही है। इस सवाल पर एसीपी लोनी सूर्यबली मौर्य ने कहा कि पुलिस से ऐसी गलती कैसे हुई, इस बात की जांच कराई जाएगी और उसके बाद वैधानिक कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि जिस नूर मोहम्म्द के आने की सूचना मुखबिर के द्वारा दी गई थी उस पर दिल्ली में 23 और गाजियाबाद में नौ मुकदमें दर्ज हैं।
32 मुकदमों के आरोपी की शिनाख्त नहीं कर सकी पुलिस
मुखबिर की सूचना पर एक कार का पीछा करते हुए लोनी से बागपत पहुंच गई पुलिस भी कमाल निकली। पुलिस खुद बता रही है कि दिल्ली में 23 और गाजियाबाद में नौ वाहन चोरी के मुकदमों में नामजद नूर मोहम्म्द के आने की सूचना पर पुलिस एक्टिव हुई थी, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि इतने सारे मुकदमें एक दिन में तो दर्ज हुए नहीं होंगे। इतने सारे मामले दर्ज होने के बाद भी पुलिस के पास नूर मोहम्मद की कोई तस्वीर तक नहीं थी, यह बात पुलिस की सक्रियता पर सवाल खड़े करती है।
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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
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