यूपी – ग्राउंड रिपोर्ट: हेल्थ रैंकिंग में वाराणसी UP में नंबर वन, पर वार्डों में फटे बेड और खराब मशीनें – INA

यूपी की हेल्थ रैंकिंग में वाराणसी को जिला और मंडल दोनों में पहला स्थान मिला है। बेहतर सुविधाओं के मामले में ब्लॉक स्तर पर भी टॉप 10 में 9 स्वास्थ्य केंद्रों का नाम है। जिन स्वास्थ्य केंद्रों को बेहतर सुविधाओं पर रैंकिंग मिली है, वहां अमर उजाला की पड़ताल में चौंकाने वाला दृश्य सामने आया। इसमें एक स्वास्थ्य केंद्र पर मरीजों के लिए वार्ड में फटे बेड लगा मिला तो गंदगी का अंबार भी देखने को मिला।

इसके अलावा मरीजों को बैठने की जगह भी टूटी फूटी हैं। यहां तक कि पीने का पानी भी मयस्सर नहीं है। कुछ केंद्र पर जांच की मशीन नहीं है, तो कहीं किट के अभाव में जांच नहीं हो पा रही है। बड़ागांव पीएचसी पर जांच की मशीन तो हैं लेकिन किट न होने की वजह से जांच नहीं हो पा रही है।


सीएचसी आराजीलाइन: नंबर वन स्वास्थ्य केंद्र में एक्सरे, अल्ट्रासाउंड ही नहीं

सीएचसी आराजीलाइन को ब्लॉक स्तर पर जारी रैंकिंग में पहला स्थान मिला है। 30 बेड वाले इस केंद्र पर वार्डों से सटे शौचालय में गंदगी देखने को मिली। इस तरह की स्थिति तब है जब साफ-सफाई के लिए महिला और पुरुष सफाई कर्मी की तैनाती है। परिजनों ने बताया कि डॉक्टर अगर एक्सरे, अल्ट्रासाउंड लिखते हैं तो यहां जांच नहीं हो पाती है। क्योंकि डिजिटल एक्सरे, अल्ट्रासाउंड की मशीन नहीं है।

सीएचसी काशी विद्यापीठ: उखड़ी ईंट पर बैठते हैं मरीज, पैथालॉजी में एसी भी नहीं

शहरी सीएचसी काशी विद्यापीठ 100 में 79 नंबर पाकर डैशबोर्ड हेल्थ रैंकिंग में ब्लॉक स्तर पर दूसरे स्थान पर आया है। यहां मरीजों के बैठने के लिए जगह नहीं है। महिला, पुरुष पेड़ के नीचे बने चबूतरे पर बैठेते हैं। चबूतरे का ऊपरी हिस्सा और नीचे की सड़क टूटी है। यहीं नहीं गेट के पास गंदगी का अंबार और सरकारी नल लंबे समय से खराब है। पीने के लिए शुद्ध पानी का संकट रहा। पैथालॉजी में एसी नहीं है। खून के सैंपल के रखने के तापमान नियंत्रण के मानक भी नहीं है। एक किनारे स्ट्रेचर भी जैसे-तैसे फेंका मिला।

पीएचसी चिरईगांव: मशीन रखने की जगह नहीं, सीएचसी का चक्कर काटना मजबूरी


चार दिन पहले प्रदेश स्तर पर जारी हेल्थ रैंकिंग में पीएचसी चिरईगांव को बेहतर सुविधाएं मुहैया करवाने के मामले में आठवां स्थान मिला है। शनिवार को यहां साफ-सफाई तो दिखी, लेकिन एक्सरे, अल्ट्रासाउंड जांच के लिए आने वाले मरीजों को सीएचसी नरपतपुर तक का चक्कर काटना पड़ा। पीएचसी प्रभारी डॉ. अमित सिंह ने बताया कि पीएचसी परिसर में जगह की कमी के कारण जांच की मशीनें जो यहां आनी थी, उसको सीएचसी नरपतपुर शिफ्ट कर दिया गया।

सीएचसी चोलापुर: फटे बेड पर सोते हैं मरीज, खराब है एक्सरे मशीन
मरीजों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराए जाने के बाद सीएचसी चोलापुर चौथे स्थान पर आया है। एक ओर जहां एक्सरे मशीन खराब चल रही है, वहीं रेडियोलॉजिस्ट भी नहीं है। इस वजह से मरीजों की एक्सरे जांच नहीं हो पाई। वार्ड में जो बेड लगाया गया है, वो भी पूरा फटा है। मरीजों को इसी पर भर्ती किया जाता है। इसके अलावा यहां नेत्र रोग विशेषज्ञ, सर्जन, ईएनटी, मेडिकल ऑफिस का संकट बना है।

किस नंबर पर रहा कौन सा स्वास्थ्य केंद्र


  • सीएचसी आराजीलाइन पहला
  • सीएचसी काशी विद्यापीठ दूसरा
  • सीएचसी पिंडरा तीसरा
  • पीएचसी बड़ागांव चौथा
  • पीएचसी हरहुआ पाचवां
  • सीएचसी चोलापुर छठा
  • पीएचसी सेवापुरी सातवां
  • पीएचसी चिरईगांव आठवां


Credit By Amar Ujala

Back to top button