यूपी – लापरवाही पर कार्रवाई: चार माह तक लटकाई जांच… दो चौकी इंचार्ज निलंबित, गलत नोटिस पर बीईओ से स्पष्टीकरण तलब – INA
मुरादाबाद में एक केस की विवेचना चार माह तक लटकाए रखना दो चौकी इंचार्जों को भारी पड़ गया। एसएसपी सतपाल अंतिल मझोला थाने की जयंतीपुर के वर्तमान प्रभारी नरेंद्र कुमार और तत्कालीन प्रभारी पवन कुमार को निलंबित करते हुए दोनों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।
मझोला के जयंतीपुर में अप्रैल माह में 13 वर्षीय किशोर के साथ मारपीट की घटना हुई थी। जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस मामले में आराेपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया। उस वक्त पवन कुमार चौकी इंचार्ज थे। इसके बाद उनका ट्रांसफर आशियाना चौकी पर हाे गया था।
इनके बाद नरेंद्र कुमार चौकी इंचार्ज बनाए गए। दोनों चौकी इंचार्ज के समय में चार माह बीत गए लेकिन केस की विवेचना पूरी नहीं हुई। शिकायत मिलने पर एसएसपी ने सीओ से जांच कराई तो पता चला कि चौकी प्रभारियों ने इस मुकदमे की विवेचना को गंभीरता से नहीं लिया।
रिपोर्ट मिलने के बाद बृहस्पतिवार रात एसएसपी सतपाल अंतिल ने जयंतीपुर चौकी इंचार्ज और आशियाना चौकी प्रभारी पवन कुमार को निलंबित कर दिया है। दोनों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
खंड शिक्षा अधिकारी ने मदरसा संचालक को दिया था नोटिस
मदरसा संचालक को नियम विरुद्ध नोटिस देने के बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी से स्पष्टीकरण तलब किया है। इसके लिए डीएम अनुज सिंह ने बीएसए को निर्देशित किया था। चार अगस्त को नगर क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारी मोहित कुमार ने करुला के मदरसा दारुल उलूम गरीब नवाज के संचालक को नियम विरुद्ध तरीके से नोटिस जारी किया था।
डीएम के निर्देशों पर बेसिक शिक्षा विभाग अवैध रूप से चल रहे मदरसों का चिह्निकरण कर रहा था। उसी समय खंड शिक्षा अधिकारी मोहित कुमार करुला स्थित मदरसे में चेकिंग करने गए। बीएसए विमलेश कुमार ने बताया कि बीईओ ने अपनी सफाई में कहा है कि मदरसा संचालक ने उन्हें अंदर नहीं आने दिया।
चेकिंग में बाधा उत्पन्न की, दस्तावेज मांगने पर नहीं दिखाए। उसके बाद उन्होंने उच्चाधिकारियों को बताए बिना सीधे मदरसा संचालक को नोटिस जारी कर दिया कि मदरसा अवैध रूप से संचालित हो रहा है। संचालक के खिलाफ जुर्माना लगाने व एफआईआर दर्ज कराने की चेतावनी भी दी।
मदरसा संचालक ने इस मामले की शिकायत जिला प्रशासन से की। इसके बाद खंड शिक्षा अधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा गया है कि उन्होंने अधिकारियों को बताए बिना मदरसा संचालक को नोटिस क्यों जारी किया। संतोषजनक जवाब न मिलने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।