खबर शहर , अनोखी मिसाल: गणेश चतुर्थी पर अशरफ हाशमी के घर सात दिन विराजते हैं बप्पा, गाजे- बाजे के साथ होता है विसर्जन – INA

जौनपुर जिले के केराकत में गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल सामने आई है। यहां मुस्लिम परिवार ने अपने घर के अंदर लगातार चौथे साल गणेश की प्रतिमा को स्थापित की है। प्रतिमा को 7 दिन अपने घर में रखेंगे और उसके बाद विधि- विधान से विसर्जन करेंगे। मामला केराकत थाना क्षेत्र का है।

केराकत के टंडवा गांव निवासी अशरफ हाशमी अपने घर में भगवान गणेश की प्रतिमा को पूरे विधि- विधान से स्थापित करते हैं। पूरा परिवार व मोहल्ला मिलकर गणपति की पूजा करता है। अशरफ हाशमी (22) पुत्र फिरोज हाशमी पिछले चार साल से गाजे- बाजे के साथ गणपति प्रतिमा स्थापित करता है। 

अशरफ ने बताया कि जब तक विघ्नहर्ता की कृपादृष्टि रहेगी तब तक वे प्रतिमा स्थापित करते रहेंगे। पं आलोक चौबे द्वारा अशरफ के घर में सातों दिन पूजा कराई जाती है। अशरफ ने बताया कि उनके समुदाय के बहुत कम ही लोग उनके घर पूजा में शामिल होते हैं। सात दिनों तक अशरफ और उनका परिवार फलहार करते हैं। पूरी साफ-सफाई के साथ विघ्नहर्ता को पूजते हैं। प्रतिमा सिंधौरा से लाई जाती है।


मूर्ति तो अशरफ अपने पैसे से लाते हैं लेकिन दानपेटी में मुस्लिम और हिंदू समाज के लोग अपना योगदान देते हैं। अशरफ मुंबई में स्टील कंपनी में काम करते हैं। उनका परिवार गांव में रहता है। अशरफ गणेश चतुर्थी के समय हर साल जौनपुर आता है।

मुंबई में भव्य आयोजन देख जागी आस्था

अशरफ ने बताया कि टंडवा स्थित घर पर वे बीत चार वर्षों से गणपति प्रतिमा स्थापित करते हैं। मुंबई में चार वर्ष पहले गणपति महोत्सव का भव्य आयोजन देख उनके मन में आस्था जागी। उन्होंने मन में ठाना कि वे अपने घर पर भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करेंगे। तब से लेकर आज तक वे इस आयोजन को पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। 

कुछ सहयोग तो कुछ का झेलना पड़ता है विरोध


अशरफ ने बताया कि मोहल्ले में कुछ मुस्लिम परिवार ऐसे हैं, जो गणपति महोत्सव मनाने में उनके परिवार का सहयोग करते हैं और अपने परिवार के साथ सहभागिता करते हैं। वहीं, कुछ परिवार का आंतरिक विरोध भी झेलना पड़ता है। हालांकि अशरफ ने बताया कि इससे उन्हें या उनके परिवार को कोई फर्क नहीं पड़ता। 

ब्रह्म योग में प्रथम पूज्य भगवान गणेश की हुई प्रतिष्ठा
ब्रह्म योग में भगवान गणेश की प्राण प्रतिष्ठा शनिवार को की गई। इस दौरान विधि- विधान से पूजन किया गया। 


Credit By Amar Ujala

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