खबर शहर , Taj Mahal: एंटी ड्रोन सिस्टम से होगी ताजमहल की सुरक्षा, यलो जोन में भी कड़ी निगरानी – INA

ताजमहल का सुरक्षा घेरा और सख्त होगा। एंटी ड्रोन सिस्टम का प्रयोग होगा और रेड जोन में हाईटेक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। कैमरों से संदिग्धों के चेहरे पहचानने से लेकर पर्यटकों की संख्या तक दर्ज की जाएगी। यलो जोन में बैरियर पर टायर किलर लगाएंगे। ताजगंज क्षेत्र में रहने वालों का सत्यापन होगा। ऊंची इमारतों पर निगरानी रखी जाएगी। ये दिशानिर्देश शुक्रवार को सर्किट हाउस में एडीजी सुरक्षा रघुवीर लाल और इंटेलिजेंस ब्यूरो की अपर महानिदेशक विनीता शर्मा ने ताज सुरक्षा की बैठक में दिए।

दोनों अधिकारी सुबह 10:30 बजे ताजमहल पहुंचे। इस दाैरान पुलिस आयुक्त जे रविन्दर गाैड, डीसीपी सिटी सूरज राय सहित सीआईएसएफ, एएसआई के अधिकारी माैजूद थे। दो घंटे तक निरीक्षण में अधिकारियों ने यलो और रेड जोन की सुरक्षा व्यवस्था को देखा।

 


कंट्रोल रूम में लगेगी बड़ी स्क्रीन

ताजमहल के अंदर का परिसर रेड जोन में आता है। इसमें 55 कैमरे लगे हैं। ये बारिश में खराब हो जाते हैं। इन्हें बदलकर हाईटेक कैमरे (एएनपीआर) लगाए जाएंगे। कैमरों से संदिग्धों का चेहरा पहचाना जा सकेगा। परिसर में एक बार में कितने पर्यटक आए, यह भी पता चल जाएगा। कंट्रोल रूम को बड़े हाल में शिफ्ट किया जाएगा, इसमें बड़ी स्क्रीन लगेगी।

 


यलो जोन में भी कड़ी निगरानी
यलो जोन में बैरियर लगे हैं। एक बैरियर पश्चिमी गेट पार्किंग, दूसरा ताजगंज थाने के पास और तीसरा शिल्पग्राम पर है। यहां अनधिकृत वाहनों को रोकने के लिए टायर किलर लगाए जाएंगे। पूर्वी गेट के पास ताज से 150 मीटर की दूरी पर क्लाॅक रूम बनाने पर भी विचार किया गया।

 


इन पर भी हुआ विचार
– पर्यटकों को सही जानकारी देने के लिए पीए सिस्टम को मजबूत करें।
– पर्यटकों की शिकायत के लिए सक्रिय हेल्पलाइन और निवारण तंत्र बने।
– चेकिंग पॉइंट पर सामान की जांच के लिए स्कैनर मशीन लगाई जाएं।
– कैमरों को वीडियो एनालिटिक्स और फेशियल रिकाॅग्निशन साफ्टवेयर से जोड़ें।
– सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम को इंटीग्रेटेड मास्टर कंट्रोल रूम के साथ स्थापित करें।
– यमुना की तरफ मोटर बोट की संख्या बढ़ाई जाए।
– मेहताब बाग की तरफ 6 वाॅच टावरों पर पुलिस-पीएसी कर्मियों की सुविधा के लिए पीने के पानी और अन्य सुविधा।


Credit By Amar Ujala

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