यूपी- कौन हैं BSA मैडम…? 18 पन्नों पर जिनका नाम लिख प्रिंसिपल ने लगा लिया मौत को गले – INA

तीन दिन पूर्व अमरोहा जिले के गजरौला ब्लॉक के सुल्तानठेर गांव स्थित कंपोजिट विद्यालय के प्रधानाचार्य संजीव कुमार ने BSA मोनिका सिंह, सहायक शिक्षक राघवेंद्र सिंह और सहायक शिक्षिका सरिता सिंह पर मानसिक उत्पीड़न और शोषण करने का आरोप लगाते हुए आत्महत्या की थी. साथ ही मौके पर 18 पनों का सुसाइड नोट भी छोड़ा था. इस पूरे घटना क्रम पर DM निधि गुप्ता वत्स ने चार सदस्यीय टीम का गठन कर जांच के आदेश दिए थे. शुक्रवार को टीम जांच के लिए विद्यालय परिसर पहुंची. जांच टीम में मुख्य विकास अधिकारी एके मिश्रा, एडीएम न्यायिक मायाशंकर, एएसपी राजीव कुमार और डीआईओएस बीपी सिंह मौजूद रहे.

विद्यालय पहुंची जांच टीम ने सबसे पहले प्रधानाचार्य के कक्ष का दरवाजा खोला और फिर बारिकी से जांच शुरू की. जांच करने के दौरान टीम ने जैसे ही अलमारी खोली और अलमारी से चार से पांच पत्रों की जो प्रतिलिपि मिली, उसको पढ़ने के बाद जांच टीम के अधिकारियों के सामने आत्महत्या करने के अधिकतर बिंदु सामने आ गए. बरामद पत्रों की जो प्रतिलिपि मिली, उसमें सहायक शिक्षक राघवेंद्र सिंह, उनकी पत्नी सहायक शिक्षिका सरिता सिंह पर गाली-गलौज करने, तरह-तरह की विवादित बातों से मानसिक उत्पीड़न करने, उच्च अधिकारियों से शिकायत करने जैसे आरोप लगाकर पत्र दिए गए थे.

प्रधानाचार्य संग BSA मैडम ने किया गलत व्यवहार

इन शिकायतों पर BSA मोनिका सिंह द्वारा कोई भी संज्ञान नहीं लिया गया और यदि इस संबंध में प्रधानाचार्य संजीव कुमार ने BSA से बात की तो BSA द्वारा भी संजीव कुमार के साथ गलत व्यवहार किया गया था. बस इन सभी बातों से प्रताड़ित होने के बाद संजीव कुमार को आत्महत्या करने की तरफ जाना पड़ा और अपनी मौत का जिम्मेदार BSA मोनिका सिंह को ठहराया.

प्रिंसिपल को शिक्षकों ने फंसाया!

प्राप्त पत्रों की जो प्रतिलिपि अलमारी से बरामद हुई, उनमें सहायक शिक्षिक निशू का भी जिक्र किया गया. दरअसल, कुछ दिन पहले इसी विद्यालय की शिक्षिका निशू ने गले में सांप डालकर एक फोटों खिंचाई और वो फोटो वायरल हो गया, जिसके बाद संज्ञान लेते हुए BSA मोनिका सिंह ने निशू को निलंबित कर दिया था. इस मामले में प्रधानाचार्य संजीव कुमार को प्रतिकूल प्रविष्टि दे दी थी. इस पूरे घटनाक्रम का भी आरोप प्रधानाचार्य संजीव कुमार ने सहायक शिक्षक राघवेंद्र और उसकी पत्नी सरिता सिंह पर लगाया था. कहा गया कि ये सारा प्रकरण इन दोनों के द्वारा फोटो वायरल कर बनाया गया था.

बस इन्हीं सभी बातों से प्रताड़ित होने के बाद प्रधानाचार्य संजीव कुमार को ये कदम उठाना पड़ा, लेकिन इस पूरे मामले में जांच अधिकारियों के द्वारा स्पष्ट रूप से अभी तक कोई भी बात साफ-साफ नहीं कही गई. जांच अधिकारियों की मानें तो अभी और भी कुछ चीजें बरामद होनी हैं, जिसके बाद ही मौत की वजह स्पष्ट जो पाएगी.


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