खबर शहर , भ्रष्टाचार का पुष्टाहार: एडीएम से लेकर डीपीओ तक का दामन दागदार, कइयों पर गिरी गाज; अब होगी जांच – INA

उत्तर प्रदेश के आगरा में विकास भवन से लेकर कलेक्ट्रेट तक अधिकारियों ने खूब किरकिरी कराई। एडीएम नागरिक आपूर्ति से लेकर डीपीओ तक का दामन दागदार निकला। भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे दोनों अधिकारियों की जांच शुरू हो गई है। जहां एडीएम पर राशन माफिया से साठगांठ तो डीपीओ पर पुष्टाहार वितरण में भ्रष्टाचार के आरोप हैं।

जिले में राशन से लेकर पुष्टाहार तक की कालाबाजारी सामने आ चुकी है। कार्डधारकों को बांटे जाने वाले राशन का चावल खुले बाजारों में बिक रहा है। राशन माफिया संगठित ढंग से इसे आगरा से अन्य राज्यों में बेच रहा है। अवैध भंडारण व कालाबाजारी के आरोप में जहां एक तरफ राशन माफिया हेमेंद्र उर्फ गोपाल, सुमित अग्रवाल, मनीष आदि फरार हैं। 


वहीं, पुष्टाहार वितरण घोटाले में आंगनबाड़ी की दाल व रिफाइंड खरीदकर बेचने वाले प्रवीण अग्रवाल से पुलिस उसके साथियों ने नाम नहीं उगलवा सकी। इस मामले में डीपीओ, सीडीपीओ, सुपरवाइजर सहित 17 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता निलंबित हो चुकी हैं।
 


एडीएम को हटाया जा चुका है। एडीएम की जांच के लिए शासन ने दो सदस्यीय कमेटी बनाई है। कमेटी एक सप्ताह में आगरा आएगी। एडीएम का अर्दली गौरव शर्मा भी निलंबित हुआ था। उस पर राशन माफिया के गुर्गों को संरक्षण देने का आरोप है। 


इधर, डीपीओ पर भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए नामित मुख्य विकास अधिकारी ने नोटिस जारी की है। पुष्टाहार वितरण में सामने आई खामियों को लेकर बिंदुवार जवाब मांगा है। जांच के बाद दोनों अधिकारियों की रिपोर्ट शासन भेजी जाएगी।


मुख्यालय का घेराव करेंगी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता

पुष्टाहार वितरण घोटाले में निर्दोष महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। जिसके विरोध में सोमवार को जिलेभर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव करेंगी। महिला आंगनबाड़ी संघ के बैनरतले डीएम को ज्ञापन सौंपा जाएगा।


Credit By Amar Ujala

Back to top button