खबर शहर , Varanasi News: बढ़ाई जाएंगी सीवर, पेयजल, स्ट्रीट लाइट और जलनिकासी की सुविधाएं; 295 करोड़ का पुनरीक्षित बजट पास – INA

शहर में सीवर, पेयजल, जलनिकासी और स्ट्रीट लाइट की सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। मेयर अशोक कुमार तिवारी की अध्यक्षता में नगर निगम में हुई कार्यकारिणी की बैठक में 1136.97 करोड़ का पुनरीक्षित बजट पास किया गया। इस दौरान जलकल के 295 करोड़ का पुनरीक्षित बजट भी पास किया गया। 

बीते गुरुवार को दोपहर एक बजे से शुरू हुई बैठक शाम 4:30 बजे तक चली। पुनरीक्षित बजट के कई बिंदुओं पर चर्चा की गई। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए मूल बजट 1049.16 करोड़ का था। जिसे 87.81 करोड़ रुपये बढ़ाकर पास किया गया। इसी प्रकार जलकल के 294 करोड़ का बजट 1 करोड़ बढ़ाकर पास किया गया।

बैठक में आय, व्यय के मदों पर चर्चा हुई। आय के मदों में 71.02 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी की गई। व्यय के मदों में 44.27 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी की गई। एसटीपी संचालन के मद में जल निगम को अवमुक्त की जाने वाली धनराशि पर मेयर ने कहा कि जल निगम के कार्यों का नगर आयुक्त और महाप्रबंधक जलकल परीक्षण कर लें। इसके बाद ही जल निगम को धनराशि जारी करें। परेड कोठी पर कंडम वाहनों को पांच दिनों में हटवाएं।

सभी जोनों पर जन्म-मृत्यु पंजीयन के लिए कंप्यूटर, कंप्यूटर ऑपरेटर की व्यवस्था करें। दुर्गापूजा एवं दशहरा के पर्व पर पूरे नगर में बेहतर सफाई, मार्ग प्रकाश एवं पैचवर्क की व्यवस्था कराएं। बैठक में नगर आयुक्त अक्षत वर्मा, महाप्रबंधक जलकल अनूप सिंह, उपसभापति नरसिंह दास, सदस्य अमरदेव यादव, प्रमोद राय, गरिमा सिंह मौजूद रहीं। 


इन मदों में की गई बढ़ोतरी
  • उद्यानों के रख-रखाव के मद को 2 करोड़ से 3 करोड़ बढ़ाकर 5 करोड़ किया गया। 
  • एसटीपी सीवर पंपिंग स्टेशन रखरखाव के मद को 20 करोड़ से 20 करोड़ बढ़ाकर 40 करोड़ किया गया। 
  • गंगा नदी सफाई के लिए फ्लोटिंग थ्रेस स्किमर खरीदने एवं संचालन के मद को 3.57 करोड़ से 1 करोड़ घटाकर 2.57 करोड़ किया गया। 
  • जलकर, जलमूल्य एवं सीवरकर सहित अन्य जलकल विभाग के करों के मद को 96.30 करोड़ से 1 करोड़ बढ़ाकर 97.30 करोड़ किया गया। 
  • नई नालियां बिछाने (जल, सीवर, मेनहोल निर्माण) के खर्च मद को 3 करोड़ से 50 लाख बढ़ाकर 3.50 करोड़ किया गया। 
  • जल निकासियों के रख-रखाव के व्यय मद को 2 करोड़ से 1 करोड़ बढ़ाकर 3 करोड़ किया गया। 
  • सीवर वाहिनियों एवं मैनहोल की मरम्मत पर व्यय के मद को 2.5 करोड़ से 1 करोड़ बढ़ाकर 3.5 करोड़ किया गया।


Credit By Amar Ujala

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