खबर शहर , Agra News: मोहिनी के पति की हुई घेराबंदी, कार को रोकने का किया प्रयास – INA

कासगंज। अधिवक्ता मोहिनी तोमर के पति ने खुद की घेराबंदी एवं हत्या की साजिश किए जाने के आरोप लगाए हैं। पति के अनुसार, जब वह अपने बेटे व भांजे-भांजी के साथ गाजियाबाद से लौट रहा था तो अलीगढ़ के निकट गभाना टोल टैक्स के पास उसकी कार की घेराबंदी करते हुए कार को रोकने का प्रयास किया गया। उस समय अलीगढ़ 112 डायल का सहारा लेकर जान बचाई। दरअसल, तीन सितंबर को महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर न्यायालय के मुख्यद्वार से लापता हो गईं। चार सितंबर को उनका शव गोरहा नहर के रजपुरा गांव के समीप मिला था। इस मामले में पांच अधिवक्ता, एक युवती सहित आठ आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। जबकि दो अन्य आरोपी सुनील और रजत पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। इन पर 50-50 हजार रुपए का इनाम भी घोषित है।

इसी बीच रविवार को अधिवक्ता मोहिनी के पति बृजतेंद्र तोमर ने अपनी और अपने परिवार को जान को खतरा बताया। उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह वह अपने बेटे और भांजे-भांजी के साथ गाजियाबाद से लौट रहे थे। इसी दौरान अलीगढ़ से पहले गभाना टोल टैक्स से पहले एक स्विफ्ट डिजायर कार में चार लोगों ने उनकी कार को कई बार रोकने की कोशिश की। एक बार उन्होंने अपनी कार को धीमा करके पूछा कि क्या बात है, क्यों घेराबंदी कर रहे हो तो कार सवारों ने उन्हें रुक कर जरुरी बात करने की बात कही। इस पर उन्होंने कुछ दूर खड़ी डायल 112 पुलिस की गाड़ी के निकट अपनी कार रोकी। इस पर संदिग्ध कार सवार भाग गए। कहा कि उनकी जान को लगातार खतरा बना हुआ है। अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भारती ने बताया कि वह पुलिस को बिना बताए शहर से बाहर गए थे। उनके घर के बाहर दो सुरक्षा कर्मी हमेशा तैनात रहते हैं। उन्हें अपने साथ पुलिस कर्मियों को ले कर जाना चाहिए था। उन्होंने इस संबंध में कोई प्रार्थना पत्र भी नहीं दिया है

सीमा विवाद में उलझने से नहीं बन पा रहा मृत्यु प्रमाण पत्र

अधिवक्ता मोहिनी का मृत्यु प्रमाण पत्र भी नहीं बन पा रहा है। उनका पति इसके लिए भटक रहा है। एडीएम ने सहावर और कासगंज एसडीएम को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश भी दिए, लेकिन सीमा विवाद में उलझे मामले को लेकर कासगंज और सहावर तहसील क्षेत्र के संबंधित लेखपालों का कहना है कि पुलिस ने किस क्षेत्र से पंचनामा भरा है। इसकी जानकारी नहीं हो पा रही है। इसलिए मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं हो पा रहा है।


Credit By Amar Ujala

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