यूपी- आगरा: 3 दिन से फोन नहीं उठा रही थी रिटायर्ड लेडी टीचर, फिर बंद कमरे से इस हाल में मिली – INA

उत्तर प्रदेश के आगरा में 65 साल की रिटायर्ड महिला टीचर का शव बंद घर में पड़ा मिला. इससे इलाके में हड़कंप मच गया. महिला टीचर के परिजन मैनपुरी में रहते हैं. जब तीन दिन तक महिला ने फोन नहीं उठाया तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी. पुलिस महिला के घर में पहुंची. वहां ताला लगा था. ताला तोड़कर जब पुलिस घर के अंदर घुसी तो देखा कि टीचर का शव वहां पड़ा हुआ है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है.

घटना आवास विकास सेक्टर-16 की है. यहां मेयर आवास के सामने सेवानिवृत्त शिक्षिका विमलेश पाठक अकेली रहती थीं. शादी के एक साल बाद ही उनका पति से तलाक हो गया था. यहां वह पिछले 16 साल से अकेले रह रही थीं. कॉलोनी के लोगों से उनकी बातचीत नहीं थी. कॉलोनी में बस परचून की दुकान तक ही उनका आना-जाना था. अधिकांश समय घर पर ही रहती थीं.

मैनपुरी में मायका

रिटायर्ड महिला टीचर का मायका सारंग इलेक्ट्रॉनिक्स के पास थाना कोतवाली मैनपुरी में था. शनिवार दोपहर मैनपुरी से विमलेश के भाई गोपाल कृष्ण पाठक ने पुलिस को फोन किया. बताया कि विमलेश को तीन दिन से फोन कर रहे हैं, लेकिन वो उनका कॉल रिसीव नहीं कर रही. शनिवार शाम को आगरा पहुंचे परिजनों ने पुलिस को बुलाकर दरवाजे की कुंडी तोड़ी. विमलेश का शव बेड पर पड़ा हुआ था. शव तीन दिन पुराना होने के चलते उससे दुर्गंध आ रही थी. टीचर की मौत की कॉलोनी वालों को भी भनक नहीं लगी. पुलिस ने बताया- पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रिटायर्ड टीचर की मौत का कारण हार्टअटैक था.

सत्संग जाती थीं टीचर

जानकारी के मुताबिक, विमलेश पिछले 15 साल से सिकंदरा रेलवे ओवरब्रिज के पास स्थित श्रीहंस सत्संग सभा से जुड़ी थीं. यहां प्रत्येक रविवार को नियमित रूप से सत्संग में शामिल होने आती थीं. सत्संग सभा के पदाधिकारी विश्वनाथ सिंह भदौरिया ने बताया कि विमलेश आखिरी बार 29 सितंबर को फरह में दीनदयाल धाम में आयोजित सद्भावना सम्मेलन में शामिल होने गई थीं. इसके बाद से वह सत्संग में नहीं आईं.


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