यूपी- UP की मिल्कीपुर सीट पर क्यों नहीं हुआ उपचुनाव का ऐलान? चुनाव आयोग ने बताई ये बड़ी वजह – INA
चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र-झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों के साथ देश की 48 विधानसभा सीट और दो लोकसभा सीट पर उपचुनाव का भी ऐलान कर दिया है. चुनाव आयोग ने यूपी की 10 विधानसभा सीट में से 9 सीट के लिए उपचुनाव की तारीख घोषित कर दी है जबकि मिल्कीपुर सीट को होल्ड पर रखा है. इसी तरह से पश्चिम बंगाल की 6 विधानसभा सीटों में से 5 पर उप-चुनाव कराने का भी फैसला किया है, जबकि बशीरहाट सीट को होल्ड पर डाल दिया है.
चुनाव आयोग ने कहा कि मिल्कीपुर और बशीरहाट सीट को लेकर इलेक्शन पिटीशन दायर की गई है जिसकी वजह से इन दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है. विधानसभा उपचुनाव की बात करें तो यूपी की 9, राजस्थान की 7, पश्चिम बंगाल की 5, असम की 5, बिहार की 4, पंजाब की 4, कर्नाटक की 3, केरल की 3, मध्य प्रदेश की 2, सिक्किम की 2, गुजरात की 1, छत्तीसगढ़ की एक सीट पर 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. वहीं, उत्तराखंड की एक सीट के लिए 20 नवंबर को उप-चुनाव होगा.
यूपी की इन 9 सीटों पर होंगे चुनाव
यूपी की जिन 9 सीटों पर उपचुनाव होंगे, उनमें मिर्जापुर की मझवां, फूलपूर, सीसामऊ, अंबेडकरनगर की कटेहरी, मैनपुरी के करहल, गाजियाबाद सदर, अलीगढ़ की खैर, मुजफ्फरनगर की मीरापुर और मुरादाबाद की कुंदरकी सीट शामिल है. इनमें अधिकतर वो सीटें शामिल हैं जो लोकसभा चुनाव के बाद खाली हुई हैं. कई राजनीतिक पार्टियों ने इन सीटों के विधायकों को लोकसभा चुनाव लड़ाया था, जो अब सांसद बन गए हैं. उनके सांसद बनने के बाद ये सीटें खाली हुई हैं.
क्या होती है इलेक्शन पिटीशन?
इलेक्शन पिटीशन संसदीय या फिर विधानसभा चुनाव परिणामों की वैधता की जांच करने के लिए दायर की जाती है. इसके जरिए उम्मीदवार या फिर वोटर अपनी सीट पर हुए चुनाव को चुनौती देता है. इसे लेकर हाई कोर्ट में याचिका दायर की जाती है. इस याचिका को सीट पर चुनाव परिणाम घोषित होने की अवधि से 45 दिन के भीतर दायर करनी पड़ती है.
याचिका पर हाई कोर्ट सुनवाई करता है और फिर अपना फैसला सुनाता है. जब तक अदालत का फैसला आ नहीं जाता है तब तक सीट पर चुनाव से जुड़ी कोई प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ती है. यही वजह है कि चुनाव आयोग ने मिल्कीपुर सीट पर होने वाले उपचुनाव को होल्ड पर डाल दिया है.
कैसे खाली हुई मिल्कीपुर सीट?
अयोध्या की मिल्कीपुर सीट सपा नेता अवधेश प्रसाद के सांसद बनने के बाद खाली हुई है. इसके बाद यहां उपचुनाव को लेकर चर्चा तेज हो गई थी. सपा ने सीट पर अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को उम्मीदवार भी घोषित कर दिया था. यूपी में 2022 में जब विधानसभा चुनाव हुए थे तो मिल्कीपुर सीट से बीजेपी उम्मीदवार रहे बाबा गोरखनाथ ने अवधेश प्रसाद के शपथ पत्र को लेकर याचिका लगाई है.
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