खबर शहर , रेल यात्रियों की गुहार: सर, कोच से मत उतारिये, जनरल में सांस लेना भी मुश्किल; खचाखच भरी रहीं ट्रेनें – INA

सर, कोच से मत उतारिये। जनरल में सांस लेना भी दूभर है। बड़ी मुश्किल से तो दिल्ली स्टेशन पर चढ़े हैं। यह बातें 12392 श्रमजीवी एक्सप्रेस के एस-5 स्लीपर कोच में सवार चार यात्रियों ने आरपीएफ और कॉमर्शियल स्टाफ से कैंट स्टेशन पर चेकिंग के दौरान कहीं। बिहार जाने के लिए जनरल टिकट लेकर स्लीपर कोच में फर्श पर बैठे यात्रियों ने टीटीई से गुहार लगाई। हालांकि, टीटीई ने उन्हें जनरल कोच भेज दिया। दिल्ली, मुंबई, सूरत से आने वाली ट्रेनों में भी खचाखच भीड़ रही। थर्ड एसी का हाल स्लीपर और स्लीपर का हाल जनरल जैसा रहा। जनरल में तो गेट पर भी खड़े होने की जगह नहीं है।

दीपावली और छठ पूजा पर महानगरों से घर लौटने वाले यात्रियों से ट्रेनें फुल होकर आ रही हैं। बिहार-झारखंड जाने वाली ट्रेनों में तो पैर रखने तक की जगह नहीं है। साबरमती, एलटीटी-गोरखपुर, पवन और कामायनी समेत अन्य ट्रेनों के जनरल कोच में जो सवार हुआ तो वह पानी लेने के लिए भी प्लेटफॉर्म पर नहीं उतर पा रहा है।

कैंट स्टेशन पर आरपीएफ, जीआरपी और कॉमर्शियल की संयुक्त टीम अनधिकृत यात्रियों को कोच से नीचे उतार रही है। वहीं दिल्ली-वाराणसी स्पेशल एक्सप्रेस के यात्रियों की शिकायत रही कि ट्रेनों को जहां तहां रोक दिया जा रहा है। कोच में पानी तक नहीं भरा जा रहा है। एसी की कूलिंग भी कम है। बेडरोल गंदे दे रहे हैं।

महानगरों से फुल होकर आ रही हैं ट्रेनें


ट्रेन संख्या 04080 दिल्ली-वाराणसी स्पेशल एक्सप्रेस निर्धारित समय सुबह 9.45 की बजाय साढ़े छह घंटे की देरी से शाम 4.15 बजे कैंट स्टेशन पहुंची। आजमगढ़ जाने के लिए कैंट स्टेशन पहुंचे सुमित पांडेय ने बताया कि 14213 वाराणसी-बहराइच इंटरसिटी तीन घंटे देरी से पहुंची। प्लेटफॉर्म संख्या तक शो नहीं हुई। ट्रेन में बहुत गंदगी थी। शिकायत रेल मदद एप पर भी की है।

यात्री हॉल में बनाई गई हेल्प डेस्क
कैंट स्टेशन पर उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए यात्री हाॅल में हेल्प डेस्क बनाई गई है। यात्रियों को ट्रेनों, रिटायरिंग रूम और जनरल, आरक्षण टिकट काउंटर की जानकारियां दी जा रही हैं।


Credit By Amar Ujala

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