खबर शहर , Kanpur: धुंध का दिखा असर, तेजस, स्वर्ण शताब्दी, श्रमशक्ति समेत 26 ट्रेनें रहीं लेट – INA
ट्रेनों की दृश्यता बढ़ाने की तमाम कोशिशों के बीच सीजन की पहली ही धुंध का ट्रेनों के संचालन पर भारी असर पड़ा। गुरुवार सुबह की धुंध के चलते भुवनेश्वर तेजस, स्वर्ण शताब्दी, पूर्वाेत्तर संपर्क क्रांति, श्रमशक्ति समेत 26 ट्रेनें कई घंटे की देरी से सेंट्रल स्टेशन पहुंची। इनमें कुछ ट्रेनें तो सात से आठ घंटे लेट तक रहीं। उनकी स्थिति जानने के लिए यात्री परेशान रहे। कभी पूछताछ केंद्र तो कभी रेलवे के एप से ट्रेनों की जानकारी जुटाई।
कई यात्री तो यात्रा रद कराकर दूसरी ट्रेनों से अपने गंतव्य के लिए रवाना हुए। दरअसल, दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा और पंजाब में पिछले तीन दिन से धुंध का असर ट्रेनों के संचालन पर पड़ रहा था। लेकिन कानपुर से . के क्षेत्रों में दृश्यता होने की वजह से ट्रेनें समय कवर कर ले रही थीं, लेकिन अब ठंड व धुंध बढ़ने के चलते कानपुर में भी संचालन पर असर पड़ रहा है। विशेषज्ञ इसके पीछे मौसम में ठंड बढ़ना और वायु प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी को वजह मान रहे हैं। इसी का असर गुरुवार की सुबह चार बजे कानपुर और आसपास के शहरों में रहा।
दिल्ली की ओर से प्रयागराज व पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन की ओर जाने और हावड़ा की ओर से दिल्ली के लिए जाने वाली ट्रेनें धुंध के असर से प्रभावित हो गईं। लो विजिबिल्टी होने की वजह से ट्रेनों की रफ्तार कम रही। 50 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से सेंट्रल स्टेशन आईं और रवाना हुईं।