वैशाली में नए डीसीसी का आगमन: कुंदन कुमार ने पदभार संभाला
संवाददाता-राजेन्द्र कुमार
वैशाली, वैशाली जिले में एक नया अध्याय शुरू हुआ जब कुंदन कुमार ने शुक्रवार को जिले के नए जिला समन्वयक (डीसीसी) के रूप में पदभार ग्रहण किया। उन्होंने अपने पूर्ववर्ती, शम्स जावेद अंसारी से यह जिम्मेदारी ली। इस महत्वपूर्ण अवसर पर जिले के विकास कार्यों को नई दिशा देने की उम्मीदें जग गई हैं।
नया नेतृत्व, नए उद्देश्यों के साथ
कुंदन कुमार का स्वागत पूरे जिले में किया गया है और उनके आने से स्थानीय प्रशासन में सकारात्मक बदलाव की आशा जताई जा रही है। पदभार ग्रहण करने के बाद, उन्होंने जिला ग्रामीण विकास अभिकरण (डीआरडीए) के कर्मचारियों के साथ एक बैठक आयोजित की। इस बैठक में, उन्होंने कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए और विकास कार्यों को प्रभावशाली तरीके से संचालित करने के लिए अपने दृष्टिकोण साझा किए।
श्री कुमार ने कहा, “मेरा मुख्य उद्देश्य विकास कार्यों को पूरी पारदर्शिता के साथ धरातल पर उतारना है। मैं चाहता हूं कि हमारी योजनाओं का लाभ सीधे उन लोगों को मिले, जिन्हें इसकी सबसे अधिक जरूरत है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कार्यों को गति प्रदान करने के लिए उन्हें एक ठोस योजना की आवश्यकता है, और उन्होंने कर्मचारियों को इसके लिए प्रेरित किया।
टीमवर्क का महत्व
श्री कुंदन कुमार ने जिले के परफॉमेंस की सराहना की और कहा कि वैशाली जिले का प्रदर्शन कई मामलों में अच्छा है। उन्होंने कहा, “हम इसे बनाए रखते हुए, टीमवर्क के माध्यम से इसे और आगे ले जाएंगे।” यह उनके नेतृत्व का एक महत्वपूर्ण पहलू है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वे सहयोग और सामूहिक प्रयासों को प्राथमिकता देते हैं।
विकास की दिशा में नए कदम
श्री कुमार ने जिले के विकास में विशेष ध्यान देने के साथ-साथ स्थानीय मुद्दों और चुनौतियों का समाधान निकालने के लिए ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि वह स्थानीय जनता के साथ संवाद को प्राथमिकता देंगे, ताकि उनकी आवश्यकताओं और सुझावों को सुना जा सके और उन्हें प्राथमिकता दी जा सके।
जिला समन्वयक के रूप में श्री कुंदन कुमार का यह कार्यभार ग्रहण करना वैशाली जिले के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। उनके अनुभव और दृष्टिकोण से जिले में विकास की दर को तेज करने की उम्मीदें हैं। श्री कुमार ने जो उत्साह और प्रतिबद्धता दिखाई है, वह न केवल अधिकारियों बल्कि आम जनता के लिए भी आशा की किरण बन सकती है। उनका कार्यकाल विकास, पारदर्शिता और टीमवर्क की मिसाल बन सकता है, जो हमें एक उज्जवल भविष्य की ओर ले जाएगा।
आगे बढ़ते हुए, यह देखना दिलचस्प होगा कि श्री कुमार अपने कार्यकाल में कैसे चुनौतियों का सामना करते हैं और वैशाली जिले का विकास किस दिशा में आगे बढ़ता है।