खबर आगरा: हजरत इमाम जफर ए सादिक का मर्तबा अल्लाह ने बहुत ऊंचा रखा है: सफी अहमद हसन – INA News
आगरा सफी खानकाह संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सफी अहमद हसन बबलू मियां ने कहा है कि 22 रज्जब की फातिहा हजरत इमाम जफर ए सादिक रजी अल्लाह ताला अन्हा की होती है आप साठे इमाम दुनिया में हुए दुनिया को अपने मोहब्बत का पैगाम दिया क्योंकि आप मौला अली के शहजादे मौला इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की औलादे में है 22 रज्जब के कुंदन की फातिहा जो बंदा आप इमाम जाफर ए सादिक के नाम से दिलाएगा वह कभी भी कोई परेशानी नहीं पाएगा क्योंकि अल्लाह तबारक ताला ने आपका मकान ऐसा रखा है कि आपके घराने से ही विलादत आज भी मिलती है क्योंकि मौला अली के लगते जिगर छठे इमाम हजरत इमाम जफर ए सादिक को अल्लाह ने दुनिया में भी एक ऐसा मकान दिया की जो दुआ आप किया करते थे वह अल्लाह रब्बुल इज्जत फौरन ही कबूल अपनी बारगाह में कर लिया करता था आपने एक बार अल्लाह तबारक ताला से कपड़े के लिए दुआ की तो आपको अल्लाह रब्बुल इज्जत ने दो कपड़े अता फरमाए जब अल्लाह के फरिश्ते से आप हजरत इमाम जाफर सादिक ने कहा कि मैंने तो अल्लाह से एक कपड़े के लिए दुआ की थी तो अल्लाह तबारक ताला ने मुझे दो कपड़े क्यों अता फरमाए तो फरिश्ते ने बताया कि आपने जिस समय अल्लाह से दुआ की तू उसे समय एक व्यक्ति आपके पास बैठा था और आपकी दुआ पर वह आमीन के रहा था तो इसीलिए अल्लाह तबारक ताला ने उसके लिए भी कपड़ा भेजा है इस तरह का मकाम अल्लाह रब्बुल इज्जत ने आप साठे इमाम हजरत जफर सादिक रज़ी अल्लाह ताला अन्हा का रखा है तो हम सभी गुनहगारों को 22 रज्जब की कुंदन वाली फातिहा जिलानी चाहिए जिससे कि हम सभी गुनहगारों के घरों में खैरो बरकत अल्लाह अता फरमा दे और इन इन इमाम के सदके में हमको अल्लाह रब्बुल इज्जत जन्नत दे दे क्योंकि छठे इमाम हजरत इमाम जाफर ए सादिक के वालिद एवं मौला अली का पूरा घराना जवानों के जन्नत के सरदार हैं अल्लाह तबारक ताला ने इस घराने को जन्नत अता फरमा दी है अगर यह घर आना जिसे चाहेगा वही जन्नत में जाने वाला बनेगा
पोस्ट दृश्य:
12
देश दुनियां की खबरें पाने के लिए ग्रुप से जुड़ें,
ज्वाइन फॉर्म भर कर जुड़ें हमारे साथ बिलकुल फ्री में ,
This post was first published on Credit By www.bharattvnews.com, we have published it via RSS feed courtesy of Source link, आगरा – . . News.
Copyright Disclaimer :- Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.