खबर आगरा: दरबार ए अल्लाह के वकील होते हैं बुजुर्ग : सूफी अंसारी मिया – INA
आगरा ताजगंज कोल्हाई स्थित सूफी अंसारी मियां लियाकती के निवास पर हजरत लियाकत हुसैन शाह उर्फ मुन्ने मियां रहमतुल्ला आले की फातिहा का आयोजन बड़ी ही शान शौकत के साथ किया गया बाद नमाज मगरिब जिक्र वाली अल्लाह किया गया बाद नमाज ईशा फातिहा पढ़ी गई फातिहा के बाद लंगर तकसीम किया गया फातिहा सज्जाद नाशीन हजरत जावेद मियां की सर परस्ती में की गई आए हुए मुरीदन से सूफी अंसारी मियां ने कहा कि अल्लाह रब्बुल इज्जत ने वाली अल्लाहू का मर्तबा इतना बड़ा रखा है कि हम सब कभी भी इन वाली अल्लाह के मर्तबा को समझ नहीं सकते अल्लाह रब्बुल इज्जत में वली अल्लाह को अपनी वह चीज अतः कर दी है जो की मर्दों को भी जिंदा कर देते हैं कई वाली अल्लाह ऐसे गुजरे हैं कि जिन्होंने मरे हुए इंसान को जिंदा कर दिया है अगर आपका पियर कामिल है तो आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है क्योंकि जिस वक्त आपका पीरो मुर्शीद आपको अपने साए में लेता है तभी से आपका दुख दर्द आपके पैरों मुर्शिद का हो जाता है मौला अली से लेकर पंजतन पाक तक मोहब्बत हम सभी को करनी चाहिए जिससे कि हमारा दिल भी इन अल्लाह वालों की मोहब्बत से भरा रहे क्योंकि मौला अली से लेकर इमामे ने मोहब्बत से ही दिन को फैलाया है इस्लाम मोहम्मद का मजहब है समूचे हिंदुस्तान के राजा ख्वाजा गरीब नवाज भी मोहब्बत का पैगाम हिंदुस्तान में लेकर आए और लाखों लोगों को ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती अजमेरी ने इस्लाम कबूल करवा दिया समूचे हिंदुस्तान में हजरत ख्वाजा गरीब नवाज के चाहने वाले हिंदुस्तान के कोने-कोने में मौजूद हैं जो भी गरीब नवाज के पास जाता वह गरीब नवाज का होकर रह जाता