खबर फिली – जब इस सीन को फिल्माने के लिए विक्की कौशल ने की थी अपनी मां की मौत की कल्पना – #iNA @INA

विक्की कौशल हिंदी सिनेमा के एक मंझे हुए कलाकार हैं. वो जितने भी रोल करते हैं उन्हें वो शानदार तरीके से करते हैं और उनकी फिल्में भी बेहतरीन होती हैं. विक्की कौशल ने अब तक कई अच्छी फिल्में दी हैं और इसके लिए उनको कई अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है. उनके अनूठे किरदार दर्शकों पर अलग छाप छोड़ने में कामयाब रहे हैं. सबसे पॉपुलर तो उनकी फिल्म ‘मसान’ हुई थी. इसके एक-एक सीन और डायलॉग्स सभी दमदार थे. लेकिन क्या आपको पता है कि ‘मसान’ का एक डायलॉग जो आज आइकॉनिक बन गया और मीम्स में भी खूब नजर आता है, वो आखिर कैसे शूट हुआ था. चलिए जानते हैं.

मसान का आइकॉनिक डायलॉग, ‘ये दुख काहे खत्म नहीं होता बे’ बड़ा मशहूर है. लेकिन ये शूट कैसे हुआ था इसके बारे में विक्की कौशल ने वी आर युवा के यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में विस्तार से बताया था कि कैसे इसके लिए उन्होंने अपने मन में मां के मर जाने की कल्पना तक कर ली थी.

विक्की कौशल ने कर ली थी मां के मरने की कल्पना

विक्की ने बताया था, “मैंने इस फिल्म के लिए डायलॉग के लिए एक घंटा गंगा नदी के तट पर बिता दिया था. मैं अपने मन में कल्पना कर रहा था कि मेरी मां मर चुकी हैं. मैंने अपने दिमाग में एक कहानी तैयार कर ली थी कि जब मैं ‘मसान’ की शूटिंग के बाद घर पहुंचूंगा तो वो मुझे नहीं मिलेंगी. इसके बाद लोग मुझसे कहेंगे कि तुम्हारी मां इस दुनिया में नहीं रहीं. हमने तुमको ये बात इसलिए नहीं बताई, क्योंकि तुम्हारी पहली फिल्म थी और हम नहीं चाहते थे कि तुम्हारा काम प्रभावित हो.” उन्होंने ये भी कहा था कि उन्होंने ऐसी कल्पना की थी उनकी मां को गुजरे हुए 20 दिन का समय हो चुका है उसके बाद उन्हें पता चल रहा है.

विक्की कौशल ने आगे बताया था, “ये सीन इसी डायलॉग ये दुख काहे खत्म नहीं होता बे पर खत्म हो जाना था. इसके बाद मेरा रोना सीन का हिस्सा नहीं था. लेकिन क्योंकि मैं बहुत देर से अपनी मां के मर जाने की कल्पना लेकर अपने मन में बैठा था तो सीन के बाद इमोशन बाहर आ गए और मैं रोने लगा.”

सीन को आइकॉनिक बनाने के लिए डायरेक्टर ने नहीं बोला कट

विक्की कौशल ने आगे बताया था, “सीन में मैं नशे में था और बहुत परेशान था. इसलिए मैंने शालू की लाइनें भी बोलीं कि तू किसी रेल सी गुजरती है, मैं किसी पुल सा थरथराता हूं. और फिर अचानक पीछे से ट्रेन गुजर गई. इस सीन में मैं डगमगाते हुए चल रहा हूं और दोस्त मुझे संभाल रहे हैं. इसमें जो कुछ भी हुआ वो सब प्लान का हिस्सा नहीं था. लेकिन डायरेक्टर नीरज घेवन ने कट नहीं बोला तो हमलोग शूट करते चले गए.”


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