खबर शहर , Agra News: दिव्यांग मरीजों को जिला अस्पताल में नहीं मिली व्हीलचेयर – INA

कासगंज। जिला अस्पताल में सोमवार को मरीजों को भीड़ के कारण अव्यवस्थाएं झेलनी पड़ी। अस्पताल में आए दिव्यांग दंपती को व्हीलचेयर नहीं मिली। वार्ड में भर्ती मरीज चादर या फिर घर से लाए कंबल ओढ़कर ठंड से राहत पाने की कोशिश करते देखे गए। मरीजों को इलाज के लिए लंबी लाइन लगानी पड़ी।नगला थान निवासी दिव्यांग दंपती मनोज व अनीता सुबह लगभग 9:45 बजे जिला अस्पताल पहुंचे। अनीता को 15 दिन से सिर में दर्द की शिकायत थी। अस्पताल में दूसरी मंजिल पर स्थित मनोरोग विभाग में दिखाना था। महिला चलने फिरने में पूरी तरह से लाचार थी, लेकिन उन्हें व्हीलचेयर नहीं मिली। महिला किसी तरह घिसटते हुए तथा उसका पति बैसाखियों के सहारे चिकित्सक कक्ष की ओर जा रहे थे। वहीं, वार्ड में भर्ती अंजली कंबल नहीं मिलने पर वह केवल चादर और एक अन्य युवती घर से लाया कंबल ओढ़े थी। श्रवण बाधित दिव्यांग ईएनटी नहीं होने से प्रमाण पत्र बनवाने के लिए परेशान देखे गए। रविवार के अवकाश के बाद सोमवार को अस्पताल खुलने से मरीजों की लंबी लाइन देखी गई। ओपीडी बंद होने तक 1601 मरीज जिला अस्पताल पहुंचे। इनमें 349 मरीज बुखार से पीड़ित थे। इनमें से 168 बच्चे शामिल रहे। सांस की समस्या लेकर 280 मरीज आए। इनमें 139 बच्चे शामिल रहे। अस्थि रोग विभाग में दो सौ मरीज पहुंचे। डायरिया के 43 मरीज आए।
कासगंज। जिला अस्पताल में सोमवार को मरीजों को भीड़ के कारण अव्यवस्थाएं झेलनी पड़ी। अस्पताल में आए दिव्यांग दंपती को व्हीलचेयर नहीं मिली। वार्ड में भर्ती मरीज चादर या फिर घर से लाए कंबल ओढ़कर ठंड से राहत पाने की कोशिश करते देखे गए। मरीजों को इलाज के लिए लंबी लाइन लगानी पड़ी।नगला थान निवासी दिव्यांग दंपती मनोज व अनीता सुबह लगभग 9:45 बजे जिला अस्पताल पहुंचे। अनीता को 15 दिन से सिर में दर्द की शिकायत थी। अस्पताल में दूसरी मंजिल पर स्थित मनोरोग विभाग में दिखाना था। महिला चलने फिरने में पूरी तरह से लाचार थी, लेकिन उन्हें व्हीलचेयर नहीं मिली। महिला किसी तरह घिसटते हुए तथा उसका पति बैसाखियों के सहारे चिकित्सक कक्ष की ओर जा रहे थे। वहीं, वार्ड में भर्ती अंजली कंबल नहीं मिलने पर वह केवल चादर और एक अन्य युवती घर से लाया कंबल ओढ़े थी। श्रवण बाधित दिव्यांग ईएनटी नहीं होने से प्रमाण पत्र बनवाने के लिए परेशान देखे गए। रविवार के अवकाश के बाद सोमवार को अस्पताल खुलने से मरीजों की लंबी लाइन देखी गई। ओपीडी बंद होने तक 1601 मरीज जिला अस्पताल पहुंचे। इनमें 349 मरीज बुखार से पीड़ित थे। इनमें से 168 बच्चे शामिल रहे। सांस की समस्या लेकर 280 मरीज आए। इनमें 139 बच्चे शामिल रहे। अस्थि रोग विभाग में दो सौ मरीज पहुंचे। डायरिया के 43 मरीज आए।