फिरोजाबाद के थाना बसई मोहम्मदपुर क्षेत्र में 27 नवंबर को यमुना में कूदे चूड़ी कारीगर का शव चार दिन बाद आगरा बॉर्डर के पास यमुना में उतराता मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को यमुना से निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। मृतक के बेटे का आरोप था कि उसके पिता ने कर्जदारों से परेशान होकर जान दी है। कुछ कारीगर मकान का वापसी बैनामा नहीं कर रहे थे। इससे उसके पिता चिंतित रहने लगे थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
थाना दक्षिण के महावीर नगर निवासी आनंद कुमार उर्फ आनंद बाबू (47) चूड़ी कारीगर थे। वह बुधवार को थाने जाने की बात कहकर पत्नी को रुपये देकर घर से चले गए थे और यमुना पर पहुंचकर अपनी पत्नी को फोन किया और कहा कि हमारी-तुम्हारी आखिरी राम-राम अब मैं जा रहा हूं। इसके बाद कारीगर ने इंधौन पुल से यमुना में छलांग लगा दी थी। आनंद का बेटा आकाश मौके पर पहुंचा तो उसे पिता नजर नहीं आए। उसने सूचना पुलिस के दे दी। पुलिस ने लगातार दिन यमुना में कारीगर की तलाश कराई थी, लेकिन कोई पता नहीं चला था।
रविवार शाम कारीगर का शव आगरा के फतेहाबाद की सीमा के पास पानी में उतराता हुआ मिला। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को पानी से निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। मृतक के पुत्र आकाश ने बताया कि जरूरत पड़ने पर उसके पिता ने मकान गिरवी रखा था, लेकिन मकान गिरवी रखने वाले कारीगर वापसी बैनामा नहीं कर रहे थे। साथ ही कुछ कर्जदार परेशान भी कर रहे थे। उसके पिता थाने जाने की बात कहकर घर से निकले थे।
थाना प्रभारी विपिन कुमार ने बताया कि कारीगर की यमुना में काफी तलाश कराई थी। मगर कोई पता नहीं चला था। रविवार शाम पानी में खुद शव पाया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंप दिया है। अभी मामले में कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
फिरोजाबाद के थाना बसई मोहम्मदपुर क्षेत्र में 27 नवंबर को यमुना में कूदे चूड़ी कारीगर का शव चार दिन बाद आगरा बॉर्डर के पास यमुना में उतराता मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को यमुना से निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। मृतक के बेटे का आरोप था कि उसके पिता ने कर्जदारों से परेशान होकर जान दी है। कुछ कारीगर मकान का वापसी बैनामा नहीं कर रहे थे। इससे उसके पिता चिंतित रहने लगे थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
थाना दक्षिण के महावीर नगर निवासी आनंद कुमार उर्फ आनंद बाबू (47) चूड़ी कारीगर थे। वह बुधवार को थाने जाने की बात कहकर पत्नी को रुपये देकर घर से चले गए थे और यमुना पर पहुंचकर अपनी पत्नी को फोन किया और कहा कि हमारी-तुम्हारी आखिरी राम-राम अब मैं जा रहा हूं। इसके बाद कारीगर ने इंधौन पुल से यमुना में छलांग लगा दी थी। आनंद का बेटा आकाश मौके पर पहुंचा तो उसे पिता नजर नहीं आए। उसने सूचना पुलिस के दे दी। पुलिस ने लगातार दिन यमुना में कारीगर की तलाश कराई थी, लेकिन कोई पता नहीं चला था।
रविवार शाम कारीगर का शव आगरा के फतेहाबाद की सीमा के पास पानी में उतराता हुआ मिला। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को पानी से निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। मृतक के पुत्र आकाश ने बताया कि जरूरत पड़ने पर उसके पिता ने मकान गिरवी रखा था, लेकिन मकान गिरवी रखने वाले कारीगर वापसी बैनामा नहीं कर रहे थे। साथ ही कुछ कर्जदार परेशान भी कर रहे थे। उसके पिता थाने जाने की बात कहकर घर से निकले थे।
थाना प्रभारी विपिन कुमार ने बताया कि कारीगर की यमुना में काफी तलाश कराई थी। मगर कोई पता नहीं चला था। रविवार शाम पानी में खुद शव पाया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंप दिया है। अभी मामले में कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।