खबर बाजार -Adani Wilmar Share: अदाणी ग्रुप के एग्जिट के बाद ITC की तर्ज पर बिजनेस बढ़ाएगी Wilmar, ये है कंपनी पूरा प्लान – #INA

Adani Wilmar share: अदाणी ग्रुप ने हाल ही में अदाणी विल्मर लिमिटेड (AWL) से पूरी तरह बाहर होने का ऐलान किया है। विल्मर (Wilmar) अदाणी ग्रुप के बाहर निकलने के बाद अपने हाई-मार्जिन वाले FMCG बिजनेस को बढ़ाने पर जोर देगी। सूत्रों के अनुसार विल्मर आईटीसी लिमिटेड (ITC) के समान रणनीति अपनाते हुए अपने कोर बिजनेस और बड़े डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क का लाभ उठाने की तैयारी कर रही है। देश की सबसे बड़ी एडिबल ऑयल कंपनी AWL के शेयरों में बीते शुक्रवार को 0.56 फीसदी की गिरावट आई है। यह स्टॉक BSE पर 328.55 रुपये के भाव पर बंद हुआ है।

ITC की तर्ज पर बिजनेस बढ़ाने की योजना

ITC ने एफएमसीजी में बिजनेस बढ़ाने के लिए अपने मजबूत सिगरेट बिजनेस का इस्तेमाल किया, उसी तरह AWL अपने प्रमुख एडिबल ऑयल बिजनेस का उपयोग FMCG सेक्टर में ग्रोथ के लिए फाउंडेशन के रूप में करने के लिए तैयार है। मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने कहा कि अदाणी ग्रुप के बाहर निकलने के बाद विल्मर भारतीय बाजार में अधिक ग्लोबल एफएमसीजी ब्रांड्स को पेश कर सकती है।

दिसंबर तिमाही में कैसा रहा AWL का प्रदर्शन?

दिसंबर तिमाही में AWL के एफएमसीजी बिजनेस ने वॉल्यूम के लिहाज से सालाना आधार पर 24 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की। कुल बिक्री की मात्रा में फूड और एफएमसीजी की हिस्सेदारी बढ़कर 20 फीसदी हो गई। इस सेगमेंट की कुल रेवेन्यू में हिस्सेदारी बढ़कर नौ फीसदी हो गई। यह बदलाव ITC द्वारा अपनाई गई रणनीति को दिखाता है।

हाल ही में स्टॉक एक्सचेंजों को दी गई जानकारी में कंपनी ने कहा, “फूड कैटेगरी में गेहूं का आटा, चावल, Nuggets, दालें, पोहा और चीनी जैसे प्रमुख पैकेज्ड प्रोडक्ट्स ने मजबूत डबल डिजिट ग्रोथ दर्ज की है।” कंपनी ने आगे कहा, “हमारा इंटीग्रेटेड डिस्ट्रीब्यूशन मॉडल हमें अपने फूड प्रोडक्ट्स की पहुंच बढ़ाने के लिए अपने ऑयल डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क की ताकत का लाभ उठाने में मदद कर रहा है, खासकर शहरी बाजारों में। ई-कॉमर्स की बिक्री में भी सालाना 41 फीसदी की तेजी से ग्रोथ हुई है।”

AWL ने अपने एडिबल ऑयल बिजनेस (फॉर्च्यून ब्रांड के तहत) के माध्यम से एक बड़ा डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क हासिल किया है जो 21 लाख आउटलेट तक पहुंचता है। हालांकि, एडिबल ऑयल सेगमेंट की हिस्सेदारी में लगातार गिरावट देखी जा रही है, फिर भी यह कंपनी के रेवेन्यू का लगभग 80 फीसदी हिस्सा है, जिसमें 10 फीसदी B2B बिक्री से आता है।

AWL के शेयरों का प्रदर्शन

अदाणी विल्मर के शेयर लंबे समय से दबाव में हैं। पिछले 6 महीने में इस शेयर ने फ्लैट रिटर्न दिया है। वहीं, पिछले एक साल में इसमें 13 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं, पिछले दो सालों में इसके निवेशकों को 42 फीसदी का नुकसान उठाना पड़ा है। शेयर का ऑल टाइम हाई 878 रुपये है, जिसका मतलब है कि यह अपने इस हाई से करीब 62 फीसदी नीचे है। कंपनी का मार्केट कैप 42700 करोड़ रुपये है।

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

Adani Wilmar Share: अदाणी ग्रुप के एग्जिट के बाद ITC की तर्ज पर बिजनेस बढ़ाएगी Wilmar, ये है कंपनी पूरा प्लान


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