खबर बाजार -Experts views : रिकवरी आने पर निफ्टी के लिए 22300 पर होगी बड़ी बाधा, मार्केट सेंटीमेंट कमजोर – #INA

Stock market : 4 मार्च को उतार-चढ़ाव भरे कारोबारी सत्र में बाजार में गिरावट देखने को मिली। लेकिन बाजार दिन के निचले स्तर से रिकवर होकर बंद हआ। निफ्टी 5 जून 2024 के बाद पहली बार 22,000 से नीचे आ गया। कमजोर ग्लोबल संकतों के बीच निवेशक ट्रम्प द्वारा मैक्सिको और कनाडा से होने वाले आयात पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने के बाद ग्लोबल ट्रेड वॉर को लेकर चिंतित नजर आए। ट्रम्प ने यह भी कहा कि अमेरिका 2 अप्रैल से बाहरी एग्री प्रोडक्टों पर टैरिफ लगाएगा। दूसरी ओर,कनाडाई प्रधानमंत्री ने भी आज से ही अमेरिका पर जवाबी टैरिफ की घोषणा की है।

कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 96.01 अंक या 0.13 फीसदी गिरकर 72,989.93 पर और निफ्टी 36.65 अंक या 0.17 फीसदी गिरकर 22,082.65 पर बंद हुआ। आज की गिरावट के साथ, निफ्टी 50 लगातार दसवें कारोबारी सत्र में निगेटि जोन में बंद हुआ है। इसी के साथ सेंसेक्स तीसरे दिन भी गिरावट के साथ बंद हुआ है। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में सपाट क्लोजिंग देखने को मिली। वहीं,स्मॉलकैप इंडेक्स में 1.3 फीसदी की बढ़त के साथ ब्रॉडर इंडेक्सों ने बेहतर प्रदर्शन किया।

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, एसबीआई, बीपीसीएल, श्रीराम फाइनेंस, अदानी एंटरप्राइजेज निफ्टी के टॉप गेनरों में रहे। जबकि बजाज ऑटो, हीरो मोटोकॉर्प, बजाज फिनसर्व, नेस्ले और आयशर मोटर्स में गिरावट आई।

सेक्टोरल इंडेक्सों की बात करें तो ऑटो, आईटी, टेलीकॉम, एफएमसीजी में 0.4-1 फीसदी की गिरावट आई, जबकि बैंक, कैपिटल गुड्स, ऑयल एंड गैस, मीडिया और पीएसयू बैंक में 0.5-2 फीसदी की तेजी आई।

बीएसई पर 570 शेयरों ने अपने 52-सप्ताह के निचले स्तर को छुआ, जिनमें बजाज ऑटो, हीरो मोटोकॉर्प, डालमिया भारत, टाटा कम्युनिकेशंस, हैटसन एग्रो, कंसाई नेरोलैक, एस्ट्रल, आईआईएफएल फाइनेंस, एमआरएफ, सोना बीएलडब्ल्यू, स्टार हेल्थ, कोलगेट पामोलिव, नेस्ले इंडिया आदि शामिल हैं।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का कहना है कि घरेलू बाजार में आज के निचले स्तरों से अच्छी रिकवरी देखने को मिली। लेकिन ग्लोबल ट्रेड तनाव बढ़ने और खऱाब ग्लोबल संकेतों के कारण बाजार निगेटिव जोन में रहा। मिड और स्मॉल कैप ने बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन किया। वर्तमान में घरेलू इकोनॉमिक इंडीकेटर अनुकूल हैं। निवेशक बाजार में स्थिरता के लिए ग्लोबल ट्रेड पर स्पष्टता आने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

रेलिगेयर ब्रोकिंग के एसवीपी, रिसर्च,अजीत मिश्रा का कहना है कि बाजार में आज सुस्ती बनी रही और यह मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। करेक्शन का दौर आज भी जारी रहा। शुरुआती गिरावट के बाद, निफ्टी धीरे-धीरे संभलता नजर आया। इसके बाद कारोबारी सत्र के बाकी समय में इसमें सीमित दायरे में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। सेक्टरों के रुझान मिले-जुले रहे, एनर्जी, मेटल और बैंकिंग शेयरों में तेजी रही। जबकि ऑटो और आईटी सेक्टरों का प्रदर्शन खराब रहा। स्मॉल-कैप शेयरों में मामूली उछाल से बाजार की स्थिति सुधरी, हालांकि मिड-कैप शेयर सपाट स्तर पर बंद हुए।

कमजोर ग्लोबल संकेत बाजार का सेंटीमेंट खराब कर रहे हैं लेकिन चुनिंदा शेयरों में खरीदारी से गिरावट सीमित रही है। अब निफ्टी के लिए 21,800-22,000 के जोन में सपोर्ट दिख रहा है। अलग-अलग सेक्टरों की बात करें बैंकिंग, फाइनेंशियल और मेटल शेयर तुलनात्मक रूप से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। जबकि दूसरे सेक्टरों में मिलाजुला रुझान देखने को मिल रहा है। ट्रेडरों को इन बातों को ध्यान में रखते हुए अपने पोजीशन तय करनी चाहिए।

कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान ने कहा कि आज रिकवरी उत्साहजनक नहीं रहा,ग्लोबल मार्केट से सपोर्ट न मिलने पर बाजार भावना खराब हो सकती है। अगर हम बाजार की व्यापक संरचना पर विचार करें,तो सूचकांक 22,000-21,800 के अहम सपोर्ट जोन के पास कारोबार कर रहे हैं।

इसके विपरीत, मीरे एसेट शेयरखान के तकनीकी अनुसंधान विश्लेषक जतिन गेडिया का कहना है कि पिछले तीन कारोबारी सत्रों में पीसीआर (पुट-कॉल अनुपात) में लगातार सुधार से पता चलता है कि बाजार की भावना तेजी के पक्ष में बदल रही है। 22,250-22,300 के रेजिस्टेंस को पार करने पर तेजी बढ़ सकती है। हालांकि,नीचे की ओर 21,900 के स्तर पर सपोर्ट है।

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Experts views : रिकवरी आने पर निफ्टी के लिए 22300 पर होगी बड़ी बाधा, मार्केट सेंटीमेंट कमजोर


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