खबर फिली – बंगाल में क्रिएटिव टैलेंट सबसे ज्यादा, OTT की मदद से फिल्म उद्योग पर फिर राज कर सकते हैं हम: Tv9 नेटवर्क के एमडी & CEO बरुण दास – #iNA @INA

Tv9 बांग्ला के घोरेर बायोस्कोप अवॉर्ड शो के दूसरे संस्करण का रंगारंग शुभारंभ हुआ. इस मौके पर Tv9 नेटवर्क के एमडी & CEO बरुण दास ने आए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए अवॉर्ड शो के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की संस्कृति पर बंगाली टेलीविजन के सीरियल्स और ओटीटी कंटेंट के प्रभाव को यह अवॉर्ड शो पहचानता है. इस अवॉर्ड शो के लिए सभी फिल्म सुपरस्टार, टेलीविजन कलाकार कोलकाता के एक ऑडिटोरियम में इकट्ठा हुए हैं.

इससे पहले अवॉर्ड शो के एंकरों ने Tv9 नेटवर्क के एमडी & CEO बरुण दास का परिचय देते हुए उनकी फिलॉसॉफी ‘if it is to be, then it is up to me’ के बारे में बात की. जब बरुण दास पोडियम पर पहुंचे तो उन्होंने कहा कि ‘यह किसी व्यक्ति का दर्शन नहीं, किसी भी सफलता का दर्शन है, जो किसी भी उद्योग, देश के लिए है’

बरुण दास ने कहा कि इस शो के लिए सुपर स्टार अल्लू अर्जुन कोलकाता नहीं आ सके. उनकी फिल्म पुष्पा 2 रिलीज होने वाली है, इसीलिए अतिव्यस्तता के चलते वह आखिरी समय में वह यहां नहीं पहुंच सके, लेकिन उनकी फिल्म पुष्पा 2 की एडवांस बुकिंग 50 करोड़ रुपये पार कर चुकी है, पहले दिन यह फिल्म 300 करोड़ रुपये से अधिक का कलेक्शन कर सकती है.

इसकी तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि ‘बंगाली फिल्म उद्योग एक साल में 100 करोड़ रुपये कमा सकता है. अल्लू अर्जुन एक रीजनल कलाकार हैं. बंगाल भी रीजनल फिल्म उद्योग है. हम अपनी क्रिएटिविटी एबिलिटी का ठीक ढंग से प्रयोग नहीं कर रहे हैं. कोलकाता में हमारी क्रिएटिविटी एबिलिटी भारत के कई स्थानों से अधिक है.

टीवी9 नेटवर्क के एमडी और CEO बरुण दास ने लेखक एरिक वेनर का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने एक किताब ‘द ज्योग्राफी ऑफ जीनियस’ लिखी है. इस किताब में उन्होंने दुनिया की सबसे रचनात्मक जगहों की खोज की है. उनकी सूची में वेनिस, फ्लारेंस के साथ-साथ कोलकाता भी है. रवीन्द्र नाथ टैगोर परिवार के बारे में कुछ गलत सूचनाए हैं, लेकिन कुल मिलाकर पुस्तक वास्तव में ग्रेट और भरोसेमंद है. मैं उनसे सहमत हूं कि कोलकाता सच में एक रचनात्मक शहर है.

सत्यजीत रॉय, ऋत्विक और मृणाल सेन का नाम लेते हुए टीवी9 नेटवर्क के एमडी और CEO बरुण दास ने कहा कि ‘एक समय हम (बंगाली) बॉम्बे फिल्म उद्योग पर राज करते थे. भारत के तीन सबसे बड़े निर्देशक सत्यजीत रॉय, ऋत्विक घटक और मृणाल सेन बंगाली थे. क्या हम उन दिनों को वापस नहीं ला सकते?

बंगाली टेलीविजन के 50 साल पूरे होने पर बरुण दास ने कहा कि ‘बंगाली टेलीविजन 50 साल का हो गया है. इस साल ऋत्विक घटक की 100वीं जयंती है. हमने 2023 में मृणाल सेन की 100वीं जयंती मनाई थी. यही सही समय है. हम अभी से अपनी यात्रा शुरू कर सकते हैं.”

ओटीटी और एआई का जिक्र करते हुए बरुण दास कहते हैं कि ‘OTT अब बंगाली फिल्म उद्योग की मदद कर सकता है. यह ड्रिस्टीब्यूटर्स के महत्व को खत्म कर देता है. अब ऑडियंस ही किंग है. वह कहीं भी कुछ भी देख सकते हैं. कोरियाई थ्रिलर वेबसीरिज स्क्विड गेम का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ये वेब सीरीज जबरदस्त प्रभाव पैदा करती है. वह यह भी कहते हैं कि AI एक अज्ञात राक्षस है, लेकिन इंसान अपनी क्रिएटिविटी से इसका मुकाबला कर सकता है.

बेंगलुरु में आईटी बैक ऑफिस के आइडिया का जिक्र करते हुए Tv9 के एमडी और CEO बरुण दास ने कहा कि “बेंगलुरु ने आईटी बैक ऑफिस पर शानदार उपलब्धि हासिल की है और भारत की सिलिकॉन वैली बन गया है. फिर बंगाल ऐसा क्यों नहीं कर सकता? यहां इतनी क्रिएटिविटी है. यहां का क्रिएटिव टैलैंट सबसे ज्यादा है. कोलकाता न केवल किफायती है, बल्कि क्वालिटी के लिहाज से भी यह शेष भारत से बेहतर है. ये अच्छी बात है कि हमारे पास क्रिएटिव टैलेंट है. मेरा मानना है कि बंगाली फिल्म उद्योग के पुनर्जागरण की संभावना है.’


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