खबर फिली – Titanic Film Unknown Facts: 17 मिलियन गैलन पानी, हाइपोथर्मिया और 5 साल की मेहनत… ऐसे बनी थी हॉलीवुड की सबसे क्लासिक फिल्म – #iNA @INA

टाइटैनिक… दुनिया के इतिहास का ये वो हादसा है जिसे कोई भी भुला नहीं सकता. टाइटैनिक, अब लोगों के लिए केवल एक शिप नहीं बल्कि एक कहानी है. 10 अप्रैल 1912 को इंग्लैंड से रवाना हुआ आएमएस टाइटैनिक फिर कभी नहीं लौटा. ये सफर, शिप का पहला और आखिरी सफर था. इस शिप की कहानी इतनी ट्रेजिक थी कि इसके साल 1912 में डूबने के महज 26 दिनों के अंदर ही इस हादसे पर पहली फिल्म बना दी गई थी.
फिल्म को एक एक्ट्रेस ने बनाया था जो इस हादसे की एक सर्वाइवर भी थीं. हालांकि, ये फिल्म कभी दुनिया के सामने नहीं आई क्योंकि फिल्म की पूरी रील एक हादसे में जल गई. लेकिन जो फिल्म दुनिया के सामने आई वो मील का पत्थर बन गई. आज हम आपको बताएंगे इस शानदार फिल्म और इसकी शूटिंग से जुड़े कुछ ऐसे किस्से जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे.
1997 में रिलीज हुई ‘टाईटैनिक’ फिल्म को बनाने के लिए इसके डायरेक्टर जैम्स कैमरून ने बहुत मेहनत की थी. इतने बड़े हादसे पर फिल्म बनाना, हूबहू वैसा सेट तैयार करना और उस हादसे को री-क्रियेट करना, कोई आसान काम नहीं था. कैमरून ने टाइटैनिक के हादसे को हर पहलू से समझने की कोशिश की और वो चाहते थे कि लोगों को वो पर्दे पर कुछ इस तरह की कहानी दिखाएं, जिससे लोग टाइटैनिक की इस घटना से पूरी तरह से जुड़ जाएं. ऐसे में ये जरूरी था कि वो खुद असली टाइटैनिक को देखें, और कैमरून ने ऐसा किया भी.
जैम्स लगभग 12 बार समुद्र की गहराइयों में डूबे असली टाइटैनिक को देखने गए. उन्होंने और उनकी टीम ने वापस आकर टाइटैनिक के सेट को बिल्कुल उसी तरह से डिजाइन किया जैसा वो असल में था.
सबसे बड़े बजट वाली फिल्म
टाइटैनिक उस दौर की सबसे बड़े बजट वाली फिल्म थी. फिल्म में कितना पैसा लगा था इस बात का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि टाइटैनिक फिल्म का बजट असली जहाज के बनने से भी ज्यादा था. फिल्म का एक-एक सेट पीस, प्रॉप, एक्टर्स की ड्रेस सबकुछ असली टाइटैनिक जैसा था. यहां तक की एक्स्ट्रा एक्टर्स को 1912 के लोगों की चाल-ढ़ाल तक सिखाई गई थी. इसके लिए पूरी कास्ट और लीड एक्टर्स ने लियोनार्डो-डि-कैप्रियो और केट विंसलेट ने तीन महीने की ट्रेनिंग ली थी.
इसके अलावा फिल्म के कई सीन्स ऐसे थे जिनको असली जहाज पर होने वाली घटनाओं से लिया गया था और ये एक होमाज था इस हादसे में जान गंवाने वालों के लिए. इसका एक शानदार उदाहरण था फिल्म के क्लाइमेक्स में एक बेड पर लेटे उस कपल का. ऐसा कहा जाता है कि असली जाहाज में भी एक ऐसे हस्बेंड वाइफ थे, जिन्होंने इसी तरह एक साथ अपनी जान दी थी.
एक मौका… और एक कमाल का सीन
फिल्म का वो सीन जब पानी जहाज के ग्रैंड स्टेरकेस को तोड़ देता है, उस सीन को शूट करने के लिए क्रू के पास सिर्फ एक शोट था क्योंकि उसके बाद पूरा का पूरा सेट बर्बाद होना था जो उन्होंने कई महीनों की मेहनत के बाद बनाया था. फिल्म में कितनी बारिकियों का ध्यान रखा गया है इस बात का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि टाइटैनिक को जिस आइसबर्ग ने टक्कर मारी थी, वो कॉलिजन लगभग 37 सेकेंड का था. फिल्म में भी इस कॉलिजन को उतने ही सेकेंड का दिखाया गया है.
टाइटैनिक फिल्म में काम करने वाले हर एक एक्सट्रा एक्टर (जो लगभग 150 लोग थे) को एक नाम और बैकस्टोरी दी गई थी. ये काम खुद कैमरून ने किया था. इस फिल्म की कहानी को भी जैम्स कैमरून ने ही लिखा था. कैमरून ने जैक और रोज के कैरेक्टर के नाम फिक्शनल रखे थे. उन्हें फिल्म का शूट खत्म होने के अंत तक ये बात पता नहीं थी कि असली टाइटैनिक पर भी जे. डाउजन नाम का एक आइरिश आदमी सवार था जो हादसे में मारा गया था. जे. डाउसन की कब्र को आज भी लोग देखने जाते हैं. डाउसन, को भी बाकी मिले लोगों की लाशों के साथ ही दफनाया गया था.
14. Behind the scenes footage of the filming process of The Titanic, 1997pic.twitter.com/5QYgAzgrjO
— Wolf of X (@tradingMaxiSL) June 28, 2024
कैसे बना था टाइटैनिक का सेट?
टाइटैनिक के सेट को बनाने के लिए बाजा कैलिफ़ोर्निया नॉर्टे, मेक्सिको में एक विशाल सेट बनाया गया था. इस सेट को अब बाजा स्टूडियो के नाम से जाना जाता है. यहां पर एक काफी बड़ी एक्चुयल शिप की कॉपी बनाई गई थी जिसे एक बहुत बड़े पानी के टैंक के अंदर बनाया गया था. इसे बनाने में लगभग 40 मिलियन डॉलर का खर्च आया था. फिल्म में जहाज को वैसे का वैसा बनाने के लिए असली जहाज के ब्लू प्रिंट्स का इस्तेमाल किया गया था, ताकी सबकुछ वैसा ही लगे जैसा असली में था. फिल्म में दिखाए गए पानी के सीन्स में पानी को वाकई काफी ठंडा रखा गया था.
11 ऑस्कर जीतने वाली फिल्म टाइटैनिक
फिल्म का वो पार्ट जहां रोज का किरदार जैक को ढूंढ़ने जाता है और वो देखती है कि नीचे पानी भर गया है. एक्ट्रेस केट का वो मुंह से धुआ निकलने वाली सीन भी रियल था क्योंकि उस सीन के लिए पानी को खास पैसिफिक ओशन से लाया गया था ताकी सीन को रियल रखा जा सके. जिस वक्त फिल्म का डूबने वाला हिस्सा शूट किया जा रहा था उस वक्त पानी ठंडा था और लगातार पानी में रहने और वेट सूट ना पहने जाने की वजह से एक्ट्रेस केट (रोज) को हाइपोथर्मिया हो गया था, हालांकि, उन्हें तुरंत फर्स्ट एड दी गई जिससे वो ठीक हो पाईं थीं. इस फिल्म ने 11 ऑस्कर जीते थे. जिसमें बेस्ट फिल्म, बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट एक्ट्रेस जैसे अवॉर्ड शामिल था. फिल्म के बारे में और भी ऐसी ना जानें कितनी बातें हैं जो इस फिल्म को इतना खास बनाती हैं.
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