खबर फिली – डायरेक्टर की मोहब्बत में इस एक्ट्रेस को मिली खौफनाक सजा, फिल्मी करियर तो हिट रहा, लेकिन अंत हुआ बुरा – #iNA @INA
हिंदी सिनेमा के इतिहास में कई टैलेंटेड सितारे आए, जिनके काम को खूब पसंद किया गया, लेकिन उनकी मौत बहुत दर्दनाक हुई. इस लिस्ट में वैसे तो कई नाम शामिल हैं, लेकिन यहां एक ऐसा नाम बताएंगे, जिनको मौत की सजा इसलिए मिली! क्योंकि वो एक फेमस डायरेक्टर से प्यार करती थीं. ये किस्सा है एक्ट्रेस प्रिया राजवंश का, जो देव आनंद के बड़े भाई चेतन आनंद से प्यार करती थीं और शादी करना चाहती थीं.
प्रिया राजवंश कम ही फिल्मों में नजर आईं, लेकिन उनके काम को सराहा गया. उन्होंन चेतन आनंद की फिल्मों में ही काम किया और उनके साथ लिव इन में भी रहीं. सबकुछ अच्छा चल रहा था, लेकिन प्रिया राजवंश के साथ ऐसा क्या हुआ कि उन्हें मोहब्बत करने की सजा मौत के रूप में मिली?
प्रिया राजवंश का शुरुआती करियर
30 दिसंबर 1936 को शिमला में प्रिया राजवंश का जन्म हुआ था. इनके पिता फोरेस्ट डिपार्टमेंट में थे और उन्हें रिसर्च के लिए लंदन बुलाया गया. पूरे परिवार के साथ वो लंदन गए और इस वजह से प्रिया ने काफी साल लंदन में बिताए. प्रिया का झुकाव हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की तरफ था लेकिन लंदन में रहने के कारण कई ब्रिटिश प्लेज में पार्ट लिया करती थीं.
उसी बीच प्रिया भारत अपने भाई ठाकुर रणवीर सिंह के पास आईं और उन्होंने उनकी मुलाकात चेतन आनंद से कराई. रणवीर सिंह जानते थे कि उनकी बहन को हिंदी फिल्मों का शौक है. ये मुलाकात उसी सिलसिले में हुई. चेतन आनंद ने प्रिया को अपनी फिल्म हकीकत (1964) के लिए कास्ट किया. शूट के दौरान चेतन आनंद की प्रिया के साथ नजदीकियां बढ़ीं और वो अपनी वाइफ से बिना तलाक लिए अलग रहने लगे.
प्रिया राजवंश और चेतन आनंद की लव स्टोरी
1965 से प्रिया राजवंश का अफेयर चेतन आनंद के साथ शुरू हुआ. एक्ट्रेस और एंकर तबस्सुम ने अपने शो में बताया था कि चेतन ने उस समय प्रिया को सख्त हिदायत दी थी कि वो सिर्फ उनकी बनाई फिल्मों में काम करेंगी. प्रिया ने भी ऐसा ही किया और ‘हीर रांझा’, ‘हंसते जख्म’, ‘हिंदुस्तान की कसम’, ‘कुदरत’, ‘हाथों की लकीरें’, ‘अफसर’ और ‘साहेब बहादुर’ जैसी फिल्में कीं. इंडस्ट्री में ये बात फैल गई कि चेतन आनंद और प्रिया राजवंश लिव इन में रहते हैं और ये बात केतन-विवेक को रास नहीं आई.
चेतन आनंद के दो बेटे केतन और विवेक प्रिया राजवंश से नफरत करते थे, क्योंकि उन्हें लगता था कि प्रिया ने उनकी मां को दुख दिया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, चेतन आनंद ने एक वसीयत बनवाई, जिसमें प्रिया को उतना हिस्सा मिला जितना दोनों बेटों को मिलाकर दिया गया. चेतन आनंद के बेटों के मन में प्रिया को लेकर यहीं से नफरत का बीज पनपा था.
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प्रिया राजवंश की डेथ कैसे हुई?
चेतन आनंद प्रिया राजवंश से प्यार तो करते थे, लेकिन शादी नहीं कर सकते थे क्योंकि पहली वाइफ ने तलाक नहीं दिया था. 6 जुलाई 1997 को चेतन आनंद का निधन 76 की उम्र में हो गया था. इसके बाद प्रिया बिल्कुल अकेली हो गईं. एक दिन अचानक प्रिया की मौत की खबर आई. 27 मार्च 2000 को प्रिया अपने बंगले में खून से लतपथ मिलीं. कई रिपोर्ट्स में बताया गया कि उनका मर्डर हुआ और शक चेतन आनंद के बेटों केतन-विवेक पर गया.
रिपोर्ट्स में ये भी बताया गया कि प्रिया की मौत के बाद उनकी डायरी बरामद हुई. जिसमें लिखा था कि चेतन आनंद की मौत के बाद केतन-विवेक उनपर पिता की वसीयत लौटाने का बराबर दबाव बना रहे थे. शक के आधार पर दोनों को गिरफ्तार किया गया, लेकिन कोई सबूत न होने के कारण उन्हें बरी दिया गया. इसके साथ ही प्रिया राजवंश के निधन का राज अनसुलझा रह गया.
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