Noida – ग्रेटर नोएडा बनी देश की तीसरी सबसे प्रदूषित सिटी, अफसरों के दावे फेल – #INA
Greater Noida News :
इस सीजन में पहली बार रविवार को नोएडा और ग्रेटर नोएडा में वायु प्रदूषण का स्तर बेहद खराब श्रेणी में दर्ज किया गया। जिससे यह दोनों शहर देश के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हो गए। ग्रेटर नोएडा देश का तीसरा सबसे प्रदूषित शहर और नोएडा पांचवां सबसे प्रदूषित शहर रहा। दिनभर आसमान में धूल की मोटी चादर छाई रही और शाम को प्रदूषण स्तर में और भी वृद्धि हुई।
नोएडा का AQI पहुंचा 300 के पार
रविवार को हवा की गति में गिरावट दर्ज की गई जो औसतन केवल 7 किलोमीटर प्रतिघंटे रही। कम गति की वजह से प्रदूषित धूलकणों का फैलाव सीमित रहा और शहर के ऊपर धूल की परत बनी रही। ग्रेटर नोएडा का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 312 तक पहुंच गया, जबकि नोएडा का AQI 304 दर्ज किया गया।
पराली जलाने से बढ़ रहा वायु प्रदूषण
नोएडा में इससे पहले 23 अक्टूबर को सबसे अधिक वायु प्रदूषण दर्ज किया गया था, जब AQI 300 तक पहुंचा था। वहीं, ग्रेटर नोएडा में 14 अक्टूबर को AQI 274 रहा था। दिवाली के बाद पटाखों के जलाए जाने से प्रदूषण स्तर और भी बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। साथ ही पराली जलाने के मामले भी जिले में वायु प्रदूषण को बढ़ा रहे हैं। अब तक पराली जलाने के तीन मामलों में एफआईआर दर्ज की गई है।
प्रदूषण नियंत्रण के प्रयास नाकाम
प्रदूषण नियंत्रण को लेकर नोएडा प्राधिकरण और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के तमाम दावे विफल साबित हो रहे हैं। प्राधिकरण का कहना है कि प्रतिदिन सड़कों की सफाई, पानी का छिड़काव और निर्माण स्थलों पर स्मॉग गन का इस्तेमाल किया जा रहा है। वायु प्रदूषण फैलाने वालों पर औसतन पांच लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया जा रहा है, लेकिन प्रदूषण स्तर में कोई सुधार नहीं दिख रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि बढ़ते प्रदूषण के प्रभाव से बचने के लिए और सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
Source link