Noida – 28 नवंबर को मोक्षधाम वृंदावन में होगा अंतिम संस्कार, तीन दिन तक श्रद्धालु करेंगे पार्थिव शरीर के दर्शन – #INA

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Greater Noida News :
ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे पर सड़क हादसे में जान गंवाने वाली कृपालु महाराज की बेटी विशाखा त्रिपाठी का पार्थिव शरीर सोमवार देर शाम तक वृंदावन पहुंचेगा। प्रेम मंदिर प्रबंधक अजय त्रिपाठी ने बताया कि सड़क हादसे में दिवंगत ट्रस्ट अध्यक्ष विशाखा त्रिपाठी का पार्थिव शरीर तीन दिन तक प्रेम मंदिर वृंदावन में रखा जाएगा। उसके बाद 28 नवंबर को वृंदावन स्थित मोक्षधाम में अंतिम संस्कार किया जाएगा। इन तीन दिनों में श्रद्धालु पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन कर सकेंगे। साथ ही मंदिर की सेवा भी जारी रहेगी। 

एक लाख से अधिक लोगों के पहुंचने की उम्मीद

डॉ. विशाखा त्रिपाठी के अंतिम दर्शन के लिए एक लाख से अधिक अनुयायियों के पहुंचने की उम्मीद है। इसके लिए प्रबंधन व्यवस्था करने में जुटा है। मंदिर परिसर स्थित सैकड़ों हॉल में व्यवस्थाएं की जा रही हैं। डॉ. विशाखा त्रिपाठी की अंतिम यात्रा 28 नवंबर को प्रेम मंदिर से शुरू होकर वृंदावन में यमुना तट पर पहुंचेगी। जहां गमगीन माहौल में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। प्रेम मंदिर प्रबंधक अजय त्रिपाठी ने बताया कि हादसे के बाद रविवार शाम को प्रेम मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए। जबकि अंदर सेवा जारी रही। मंदिर बंद होने के कारण लोग वापस लौट गए।

बेटियां संभाल रही विरासत, बेटे रहते हैं अलग 

कृपालु महाराज की विरासत को आगे बढ़ा रही थीं जगद्गुरु कृपालु महाराज की बड़ी बेटी विशाखा त्रिपाठी अपने पिता की मृत्यु के 11 साल बाद भी उनकी विरासत को आगे बढ़ा रही थीं। उनके कुशल नेतृत्व और बेहतर समझ को देखते हुए कृपालु महाराज ने उन्हें वर्ष 2000 में ही संस्था का अध्यक्ष बना दिया था। कृपालु महाराज के दो बेटे भी हैं, जिनमें से एक घनश्याम वृंदावन के चैतन्य बिहार इलाके में रहता है जबकि दूसरा प्रतापगढ़ में रहता है।

यमुना एक्सप्रेसवे पर हुआ हादसा

बता दें कि करीब 75 वर्षीय डॉक्टर विशाखा त्रिपाठी अपनी बहन श्यामा त्रिपाठी और कृष्णा त्रिपाठी, सचिव दीपक और 5 अन्य लोगों के साथ सिंगापुर जाने के लिए रविवार सुबह 2 बजे कार से वृंदावन से निकली थीं। जैसे ही वह नोएडा के दनकौर थाना क्षेत्र में पहुंचीं, एक अनियंत्रित कंटेनर ने उन्हें टक्कर मार दी। हादसे में डॉ. विशाखा त्रिपाठी की मौत हो गई। जबकि उनकी दोनों बहनें और अन्य लोग घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए दिल्ली के अपोलो अस्पताल भेजा गया।

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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम

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