Noida – 10 सालों में पकड़े सैकड़ों हाथीदांत, पश्चिम बंगाल और असम में सबसे ज्यादा आरोपी गिरफ्तार – INA NEWS

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समाजसेवी और पर्यावरणविद डॉ.रंजन तोमर ने आरटीआई के माध्यम से हाथी दांत (आइवरी) के अवैध व्यापार के मामले में कुछ चौंकाने वाले आंकड़े साझा किए हैं। रंजन तोमर ने वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो से प्राप्त जानकारी के आधार पर बताया कि पिछले दस सालों में हाथी दांत की बरामदगी और शिकारी गिरफ्तारियों में लगातार वृद्धि देखी गई है।
2014 से 2024 तक का ब्यौरा
आरटीआई के माध्यम से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2014 से 2024 तक कुल मिलाकर 50 से लेकर 73 हाथीदांत हर साल जब्त की गईं। जबकि शिकारियों की गिरफ्तारियों की संख्या भी उसी अनुपात में बढ़ी। वर्ष 2014 में कुल 50 हाथीदांत जब्त हुईं और 52 शिकारी गिरफ्तार हुए। वर्ष 2015 में 42 हाथीदांत की जब्ती और 37 गिरफ्तारियां हुईं। इस क्रम में वर्ष 2024 में हालांकि यह संख्या घटकर 16 हाथीदांत और 19 गिरफ्तारियों पर आ गई, लेकिन 2017 और 2021 में क्रमश 39 और 73 तक पहुंच गई थी।
पश्चिम बंगाल और असम में सबसे ज्यादा शिकार
ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार पश्चिम बंगाल और असम हाथीदांत की बरामदगी के मामलों में शीर्ष पर रहे हैं। 2015 में पश्चिम बंगाल में रिकॉर्ड 21 हाथीदांत बरामद हुईं, जबकि 2023 में भी असम में सबसे ज्यादा हाथीदांत पकड़ी गईं। 2024 में पश्चिम बंगाल में 6 हाथीदांत की बरामदगी हुई।
डॉ.रंजन तोमर का बयान
डॉ.रंजन तोमर ने कहा कि यह अत्यंत दुखद है कि आज भी हाथियों का शिकार जारी है और हाथीदांत की तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही। उन्होंने केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय और राज्य सरकारों से अपील की कि वे इस मुद्दे पर कड़ी कार्रवाई करें और हाथियों के संरक्षण के लिए सख्त कानून बनाएं। सबसे ज्यादा शिकार ने बताया कि वह इस विषय में जल्द ही संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखकर हाथियों की रक्षा के लिए जरूरी कदम उठाने की मांग करेंगे।
10 सालों में पकड़े सैकड़ों हाथीदांत, पश्चिम बंगाल और असम में सबसे ज्यादा आरोपी गिरफ्तार
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