Noida – जानिए प्रेग्नेंट वूमेन और न्यूबॉर्न बेबीज के लिए कितना खतरनाक, डॉक्टर ने बताए बचाव के उपाय  – INA NEWS

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कोरोना महामारी के बाद अब एक नया वायरस भारत में दस्तक दे चुका है। HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) नामक यह वायरस विशेषकर बच्चों को प्रभावित कर रहा है। देश में अब तक इस वायरस के आठ मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें सभी मरीज बच्चे हैं। आइए अब हम जानते हैं कि यह वायरस गर्भवती महिलाओं और उनके गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए कितना खतरनाक हो सकता है न्यूबॉर्न बेबीज को इससे क्या परेशानी आ सकती हैं और इसका सुझाव क्या होगा। गायनेकोलॉजिस्ट (Gynecologist) डॉक्टर मीरा पाठक ने ट्राईसिटी टुडे से बात की इसके बारे कुछ अहम टिप्स/सुझाव दिए। 

नवजात शिशुओं और गर्भवती महिलाओं के लिए सावधानी जरूरी

गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. मीरा पाठक के अनुसार, नवजात शिशुओं की सुरक्षा के लिए अस्पताल स्टाफ को विशेष सावधानी बरतनी होगी। जन्म के समय स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। स्टाफ को नियमित रूप से हाथ धोने और सैनिटाइजर का उपयोग करना चाहिए। श्वसन संक्रमण से पीड़ित व्यक्तियों को बच्चों से दूर रखा जाना चाहिए।


स्तनपान और स्वच्छता पर विशेष जोर

डॉ मीरा का कहना है कि नवजात शिशुओं को मां का दूध पिलाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। बच्चों से मिलने आने वाले लोगों को भीड़ नहीं बनानी चाहिए और बच्चों को छूने से पहले हाथों की सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। साथ ही समय पर टीकाकरण भी अत्यंत आवश्यक है।

छोटे बच्चों के लिए अतिरिक्त सावधानी आवश्यक

दो से तीन साल के बच्चों के लिए माता-पिता को विशेष सतर्कता बरतनी होगी। खिलौनों और खाने-पीने की वस्तुओं को नियमित रूप से सैनिटाइज करना जरूरी है। छोटे बच्चे अपनी बीमारी के बारे में नहीं बता पाते, इसलिए परिवार को उनकी परेशानियों को समझना और उनका ख्याल रखना जरूरी है।

लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टरी सलाह लें

उन्होंने बताया कि अगर बच्चे को खांसी, बुखार या सांस लेने में तकलीफ हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। समय पर उचित इलाज मिलने से बच्चे जल्द स्वस्थ हो सकते हैं। माता-पिता को लक्षणों की पहचान और प्रारंभिक चेतावनी के संकेतों के प्रति सतर्क रहना चाहिए।

नोएडा में क्या हाल 

नोएडा में कार्यरत डॉ मीरा पाठक कहती है कि अभी तक नोएडा में कोई ऐसा केस नहीं आया है। लेकिन इस दौरान वह हर पेशेंट को HMPV के लक्षण देखकर ही चेक कर रहे है। वह और उनका स्टाफ ये ध्यान रखता है किसी भी बच्चे को कोई परेशानी न आये और वह एक स्वस्थ जीवन जिए।  

क्या HMPV वायरस कोरोना से ज्यादा खतरनाक है? 

HMPV वायरस, कोरोना वायरस से कम खतरनाक माना जा रहा है। हालांकि, यह भी श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है और खांसी, बुखार, गले में खराश जैसी समस्याएं उत्पन्न करता है। गंभीर मामलों में निमोनिया और ब्रोंकाइटिस जैसी समस्याएं हो सकती हैं। लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार, इसका संक्रमण COVID-19 जितना खतरनाक नहीं है। हालांकि, HMPV का तेजी से फैलना और नए मामलों का सामने आना चिंता का कारण बन रहा है, लेकिन यह कोरोना जैसी महामारी की स्थिति उत्पन्न नहीं करेगा।

HMPV के लक्षण और बचाव के उपाय 

HMPV वायरस के सामान्य लक्षणों में नाक बहना, खांसी, बुखार और सांस लेने में कठिनाई शामिल हैं। यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने, या संक्रमित सतहों को छूने से फैलता है। इसके बचाव के लिए मास्क पहनना, हाथ धोना, और संक्रमित सतहों से बचना बेहद जरूरी है।

जानिए प्रेग्नेंट वूमेन और न्यूबॉर्न बेबीज के लिए कितना खतरनाक, डॉक्टर ने बताए बचाव के उपाय 





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