Noida – जानिए नोएडा प्राधिकरण के पूर्व OSD पर क्यों हुआ एक्शन, विजिलेंस एसपी ने बताई वजह  – #INA

Noida News :
नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) के पूर्व OSD रविंद्र सिंह यादव (Ravindra Singh Yadav) पर एक बड़ा भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। उत्तर प्रदेश विजिलेंस टीम ने शनिवार को उनके नोएडा और इटावा स्थित ठिकानों पर छापेमारी की गयी है। इस कार्रवाई के बाद एसपी विजिलेंस ने बताया प्रेस नोट जारी किया है। जिसमें उन्होंने रविंद्र सिंह यादव की काली कमाई के राज खोल दिए है। 


16 करोड़ की संपत्ति पर जांच

एसपी विजिलेंस के जारी प्रेस नोट के मुताबिक, आरोपी के पास 16 करोड़ रुपये की कीमत का आवासीय परिसर, 37 लाख के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, 62 लाख के आभूषण और 2 लाख 47 हजार की नकदी बरामद की गई है। इसके अलावा, इटावा में स्थित अरिस्टोटल वर्ल्ड स्कूल की कीमत भी लगभग 15 करोड़ रुपये है।

रविंद्र यादव पर विजिलेंस का बड़ा एक्शन

विशेष जांच में पाया गया कि रविंद्र यादव ने वर्ष 2007 में नोएडा प्राधिकरण में OSD रहते हुए आईसीएमआर को आवंटित 9712 वर्ग मीटर सरकारी भूखंड को नियम विरुद्ध तरीके से एक निजी हाउसिंग सोसायटी को अंतरित किया था। कार्यवाही पूरी तरह से पारदर्शी और कानूनी प्रक्रिया के तहत की गई है। सतर्कता अधिष्ठान की 18 सदस्यीय टीम ने 12 घंटे तक चली इस जांच में विभिन्न महत्वपूर्ण दस्तावेज और साक्ष्य जुटाए हैं।

कार्रवाई और आगे की प्रक्रिया

विजिलेंस की यह कार्रवाई निदेशक, उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान के निर्देश पर की गई। सभी जब्त दस्तावेजों और संपत्ति से जुड़े रिकॉर्ड्स को अब विस्तृत जांच के लिए शामिल किया जा रहा है।

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कानूनी कार्रवाई:
विभागीय जांच के आधार पर यादव के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 13(1)(बी) और 13(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

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 जांच जारी:
जांच रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी जा चुकी है, और आगे की कानूनी प्रक्रिया तेज कर दी गई है।

योगी सरकार का एक्शन 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया है कि सरकारी पदों का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह कार्रवाई नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम

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