Noida – अगले दो दिन राहत नहीं, जानिए राजधानी के आसपास के शहरों का भी हाल – #INA
अगले दो दिन राहत नहीं, जानिए राजधानी के आसपास के शहरों का भी हाल
Noida News :
दिल्ली एनसीआर में बुधवार को लगातार दूसरे दिन हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में रही और देर शाम तक एयर इंडेक्स खतरनाक श्रेणी (गंभीर प्लस) के करीब पहुंच गया। इस कारण बुधवार को दिल्ली में एक महीने का सबसे अधिक प्रदूषण दर्ज हुआ। गाजियाबाद के इंदिरापुरम और नोएडा के सेक्टर 62 में भी वायु गुणवत्ता गंभीर रूप से खराब हो गई है। इन स्थानों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक मंगलवार और बुधवार को ‘गंभीर’ श्रेणी में बना हुआ है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, गुरुवार को दिल्ली में हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में रहने की संभावना है और इसके बाद दो दिन तक हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रहने का अनुमान है।
दिल्ली देश में सबसे अधिक प्रदूषित शहर
सीपीसीबी द्वारा जारी देश के 252 शहरों के एयर इंडेक्स रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली का औसत एयर इंडेक्स 445 रहा, जो गंभीर श्रेणी में आता है। बुधवार को देश में केवल दिल्ली ही ऐसी जगह रही जहां हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में थी। इस वजह से दिल्ली देश में सबसे अधिक प्रदूषित शहर रही।
दिल्ली-NCR के इलाकों का एक्यूआई
वसुंधरा | 377 |
इंदिरापुरम | 422 |
लोनी | 390 |
ग्रेटर नोएडा | 350 |
सेक्टर-62 नोएडा | 450 |
नोएडा | 350-400 |
NISE ग्वाल पहाड़ी (गुरुग्राम) | 431 |
सेक्टर 51 (गुरुग्राम) | 373 |
विकास सदन | 422 |
फरीदाबाद | 300-350 |
गुरुग्राम दूसरे स्थान पर रहा
दिल्ली के बाद गुरुग्राम दूसरे स्थान पर रहा, जहां का एयर इंडेक्स बेहद खराब श्रेणी में 400 था। दिल्ली में शाम सात बजे एयर इंडेक्स बढ़कर 449 पहुंच गया, जो खतरनाक श्रेणी से केवल दो अंक कम है। इससे पहले 19 नवंबर को एयर इंडेक्स 460 था, जो अब तक का सबसे उच्चतम था। स्विस कंपनी के ऐप आईक्यूएयर ने बुधवार को दिल्ली का एयर इंडेक्स 459 बताया। सीपीसीबी के अनुसार, दिल्ली के वातावरण में पीएम-10 का अधिकतम स्तर 393.3 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था, जो सामान्य मानक स्तर से लगभग तीन गुना अधिक है। वहीं, पीएम-2.5 का अधिकतम स्तर 255 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा, जो सामान्य मानक स्तर से सवा चार गुना अधिक है।
अन्य शहरों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रही
आईआईटीएम पुणे के डिसिजन स्पोर्ट सिस्टम (डीएसएस) के अनुसार, प्रदूषण में वाहनों के उत्सर्जन का योगदान सबसे अधिक 12.85 प्रतिशत था, जबकि फैक्ट्रियों के धुएं की भागीदारी 6.61 प्रतिशत रही। एनसीआर के शहरों में फरीदाबाद में हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में रही, जबकि बाकी अन्य शहरों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रही।
एनसीआर में सीपीसीबी व आईक्यूएयर ऐप के अनुसार एयर इंडेक्स
शहर सीपीसीबी आईक्यूएयर
दिल्ली 445 459
गुरुग्राम 400 280
गाजियाबाद 375 279
नोएडा 359 228
ग्रेटर नोएडा 326 218
फरीदाबाद 263 195
इंदिरापुरम और नोएडा के सेक्टर 62 में दो दिनों से AQI ‘गंभीर’
वहीं उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (UPPCB) के अधिकारियों ने कहा कि वाहनों से निकलने वाले धुएं के कारण PM2.5 के स्तर में वृद्धि, ‘गंभीर’ AQI रीडिंग का कारण हो सकती है। गाजियाबाद के इंदिरापुरम और नोएडा के सेक्टर 62 में भी वायु गुणवत्ता गंभीर रूप से खराब हो गई है। इन स्थानों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक मंगलवार और बुधवार को “गंभीर” श्रेणी में बना हुआ है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा जारी दैनिक 4 बजे के AQI बुलेटिन के अनुसार, बुधवार को गाजियाबाद में AQI 375, ग्रेटर नोएडा में 326 और नोएडा में 359 था, जो सभी रीडिंग “बहुत खराब” श्रेणी में थे, जिसमें प्राथमिक प्रदूषक PM2.5 था। मंगलवार को, गाजियाबाद में 403 की रीडिंग के साथ “गंभीर” AQI था, जबकि ग्रेटर नोएडा और नोएडा में क्रमशः 380 और 390 का AQI दर्ज किया गया, जो “बहुत खराब” श्रेणी की उच्च श्रेणी में था।
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