विश्व आर्द्रभूमि दिवस पर 2 फरवरी को बरेला में होगा भव्य कार्यक्रम: मानव श्रृंखला बनाकर लोगों को किया जाएगा जागरूकता।
संवाददाता-राजेन्द्र कुमार ।
वैशाली /हाजीपुर। जिला गंगा समिति की बैठक में जिला पदाधिकारी श्री यशपाल मीणा ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि विश्व आर्द्रभूमि दिवस के अवसर पर 2 फरवरी को बरेला में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाए। उन्होंने कहा कि बरेला झील के चारों ओर मानव श्रृंखला और एक-एक पौधा लगाकर जन जागरूकता अभियान चलाएं।
मालूम हो कि विश्व आर्द्रभूमि दिवस हर साल 2 फरवरी को मनाया जाता है। यह दिन वेटलैंड और उसके संरक्षण के महत्व को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। इस दिन को बनाने का मकसद वेटलैंड को तेजी से नष्ट होने से रोकना और उनके संरक्षण और बहाली के लिए समुचित कदम उठाना है। जिलाधिकारी के पहल पर बरेला झील का सर्वेक्षण और सीमांकन का कार्य पहले ही संपन्न कर लिया गया है।
सरकार के स्तर से भी इसके सौंदरीकरण की योजना है। वर्ल्ड वेटलैंड डे कार्यक्रम का आयोजन पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग और जिला गंगा समिति, वैशाली के समन्वय से होगा। जिलाधिकारी ही जिला गंगा समिति के पदेन अध्यक्ष होते हैं। जिलाधिकारी ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि बरेला झील की साफ सफाई भी सुनिश्चित करें।
बैठक में परियोजना निदेशक, बुडको, हाजीपुर को निर्देश दिया गया कि एस.टी.पी. निर्माण में मुख्य रूप से दोनों कार्यकारी एजेंसी, जो सीवर लाइन और आई.पी.एस., एस.टी.पी.निर्माण में लगी है, उसमें श्रमिकों की संख्या बढ़ाकर कार्य को शीघ्र पूर्ण कराएं। समीक्षा के क्रम में जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि शून्य बजट कृषि और प्राकृतिक खेती के लिए जल्द से जल्द जागरूकता संबंधी कार्यक्रम आयोजित किए जाए। निर्देश दिया गया कि घाट पर हाट कार्यक्रम की जागरूकता अभियान का प्रचार प्रसार जीविका एवं जिला उद्योग केंद्र द्वारा कराया जाए।
साथ ही रामाशीष चौक से गांधी चौक तक सड़क डिवाइडर के बीच में पौधारोपण और सौंदर्यीकरण हेतु नगर परिषद के कार्यपालक अधिकारी को निदेशित किया गया। आम्रपाली नगर भवन का सौंदर्यीकरण करने का भी निर्देश दिया गया। टाउन के अंदर सभी पोखरों के सौंदर्यीकरण का भी निर्देश दिया गया।
बैठक में स्थानीय विधायक श्री अवधेश सिंह सहित सभी कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद/नगर पंचायत, जिला कला संस्कृति सह पर्यटन पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण विभाग, खनन पदाधिकारी, वन विभाग के पदाधिकारी, जिला परियोजना पदाधिकारी, जिला गंगा समिति सहित कई पदाधिकारी एवं अभियंता मौजूद रहे।