यूपी- हापुड़ से हिंसा में शामिल होने आए थे लोग, संभल पुलिस को मिली गुमनाम चिट्ठी; तेज हुई जांच – INA
संभल पुलिस को एक गुमनाम पत्र मिला है. इसमें दावा किया गया है कि हापुड़ जिले के 20-25 युवक पिकअप गाड़ी से 23 नवंबर की रात संभल आए थे. वो यहां हिंसा में शामिल होने के लिए आए थे. यह पत्र पुलिस के लिए महत्वपूर्ण सुराग साबित हो सकता है. पुलिस इसी के आधार पर मामले की गहन जांच में जुट गई है.24 नवंबर को संभल के सदर कोतवाली क्षेत्र में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हिंसा भड़क उठी थी.
हिंसक भीड़ ने पथराव किया, वाहनों में आग लगाई और पुलिस टीम पर फायरिंग भी की. इसके बाद गुमनाम पत्र भेजने वाले ने हिंसा के दौरान ली गई फोटो और वीडियो के माध्यम से हापुड़ से आए युवकों की पहचान की है. पत्र में इन युवकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है.
आपसी रंजिश का हो सकता है मामला- पुलिस
संभल पुलिस ने पत्र मिलने के बाद अपनी जांच को तेज कर दिया है. पुलिस का मानना है कि यह पत्र किसी की आपसी रंजिश के चलते भी भेजा जा सकता है, लेकिन मामले की जांच जारी है. पुलिस यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि क्या पत्र में दावा सही है और क्या हापुड़ से आए युवक सचमुच हिंसा में शामिल थे.
हिंसा में विदेशी कारतूस का इस्तेमाल
सर्वे के विरोध में हुई हिंसा के दौरान पथराव और वाहनों में आग लगाने के अलावा, पुलिस टीम पर फायरिंग भी की गई थी. जांच में पुलिस को हिंसा में विदेशी कारतूस का इस्तेमाल होने का सुराग भी मिला है. इसी संदर्भ में अज्ञात व्यक्ति ने कोतवाली प्रभारी को गुमनाम पत्र भेजकर इन युवकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
डासना मंदिर हमले का कनेक्शन
पत्र में यह भी आरोप लगाया गया है कि हिंसा में शामिल युवकों की टीम का नेतृत्व करने वाले एक युवक का नाम नोएडा स्थित डासना मंदिर पर हुए हमले में भी सामने आया था. पुलिस ने उस युवक की फोटो दीवारों पर चस्पा की थी. गुमनाम पत्र भेजने वाले का दावा है कि ये वही युवक थे जो हिंसा में शामिल थे.
पुलिस का बयान
थाना प्रभारी अनुज कुमार तोमर ने बताया कि मामले की जांच जारी है और पुलिस इसे गंभीरता से ले रही है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह संभव है कि पत्र किसी व्यक्ति द्वारा अपनी रंजिश के चलते भेजा गया हो, लेकिन पुलिस सभी पहलुओं पर गहनता से जांच कर रही है और सत्यता की पुष्टि की जा रही है.
नमाज के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
सर्वे के दौरान हुई हिंसा के बाद, 29 नवंबर को संभल में जुमे की नमाज शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई. जामा मस्जिद क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर पुलिस, पीएसी, और आरआरएफ को तैनात किया गया. इसके अलावा, डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार ने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और ड्रोन के माध्यम से निगरानी भी सुनिश्चित की गई.
Source link