आगरा में बिना पंजीकरण वाली सिक्योरिटी एजेंसियों के खिलाफ कारवाई: पुलिस ने अभियान शुरू किया हुआ एक संचालक गिरफ्तार
आगरा, 17 दिसंबर( मोहम्मद शाहिद ) शहर में बढ़ते सुरक्षा खतरों और अविश्वसनीय सिक्योरिटी सेवाओं के चलते आगरा पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए बिना पंजीकरण के सिक्योरिटी एजेंसियों के खिलाफ एक व्यापक अभियान शुरू किया है। यह अभियान पासरा एक्ट के तहत उन एजेंसियों की जांच करने के लिए है, जिन्हें उचित पंजीकरण प्राप्त नहीं है।
अपर पुलिस आयुक्त प्रोटोकॉल, पूनम सिरोही के निर्देशन में शुरू किए गए इस अभियान का मुख्य उद्देश्य समाज में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करना है। पुलिस विभाग ने स्पष्ट किया है कि सिक्योरिटी एजेंसियों का पंजीकरण होना आवश्यक है, क्योंकि पंजीकरण के तहत सुरक्षा गार्ड का पुलिस सत्यापन होना अनिवार्य है। यह सत्यापन यह सुनिश्चित करता है कि गार्ड पर कोई आपराधिक मुकदमा नहीं है और उनकी छवि संदिग्ध नहीं है।
इस अभियान के अंतर्गत मंगलवार को पुलिस टीम कुआंखेड़ा, ताजगंज पहुंची। वहां उन्होंने ‘एक्सीलेंट सर्विसेज सिक्योरिटी एजेंसी’ कार्यालय का निरीक्षण किया। जांच के दौरान पता चला कि इस एजेंसी का पसारा एक्ट के तहत कोई पंजीकरण नहीं था। जिसके परिणामस्वरूप, संचालक योगेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
पूनम सिरोही ने इस पूरे प्रकरण के बारे में बताते हुए कहा, “सिक्योरिटी एजेंसियों के पंजीकरण की प्रक्रिया का पालन करना अत्यंत आवश्यक है। यह कार्रवाई न केवल लोगों की सुरक्षा को बढ़ावा देने का कार्य करती है, बल्कि यह सुनिश्चित करती है कि एजेंसियों द्वारा दी जा रही सेवाएं विश्वसनीय और प्रभावी हों।”
उल्लेखनीय है कि आगरा जैसे पर्यटन स्थल और ऐतिहासिक शहर में जहां बड़ी संख्या में आगंतुक आते हैं, वहां सुरक्षा का मुद्दा अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिए, बिना पंजीकरण वाली एजेंसियों के खिलाफ कार्यवाही करने से न केवल कानून-व्यवस्था में सुधार होगा, बल्कि आम जनता का विश्वास भी बढ़ेगा।
इस कार्रवाई के परिणामस्वरूप, सिक्योरिटी एजेंसियों को यह स्पष्ट संदेश दिया गया है कि वे अपने दायित्वों को गंभीरता से लें और कानून का पालन करें। पुलिस अधिकारियों ने इस अभियान को समय-समय पर जारी रखने का निर्णय लिया है, ताकि सभी एजेंसियों को पंजीकरण प्रक्रिया की गंभीरता का एहसास हो सके और सुरक्षा सेवाएं मानक के अनुरूप हों।
इस प्रकार, आगरा पुलिस का यह कदम आम जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता देने और एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। अब देखना यह है कि अन्य संबंधित एजेंसियां किस प्रकार इस कार्रवाई के पश्चात अपनी सेवाओं के प्रति जिम्मेदारी और पारदर्शिता को बढ़ावा देती हैं।