Political – जाति और धर्म ही वास्तविकता, इसका सम्मान करना चाहिए…दिल्ली में बोले चंद्रबाबू नायडू- #INA

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि जाति और धर्म वास्तविकता हैं. समावेशी विकास के लिए दोनों का सम्मान करना चाहिए. उन्होंने कहा कि दिल्ली में ‘हाफ इंजन’ सरकार है, विकास के लिए ‘डबल इंजन’ वाली सरकार चाहिए. नायडू ने कहा कि दिल्ली का मॉडल विफल हो गया है. इसमें कोई संदेह नहीं है.
दिल्ली में गरीब लोगों को सोचना होगा कि क्या वे झुग्गियों में स्थायी रूप से रहना चाहते हैं. जो लोग धन संपत्ति बनाते हैं वे ही वेलफेयर के बारे में बात कर सकते हैं. इसके बिना आप वेलफेयर के बारे में बात नहीं कर सकते. आपको विकास करना होगा. नायडू ने कहा कि दिल्ली दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी है. इसके लिए कौन जिम्मेदार है? दिल्ली दिन-ब-दिन गरीब होती जा रही है.
दिल्ली को अब केजरीवाल का मॉडल स्वीकार नहीं
दिल्ली को अब केजरीवाल का मॉडल स्वीकार नहीं है. दिल्ली को अब मोदी जी के मॉडल की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोई विकास नहीं हुआ है. लोगों को ऐसी पार्टी को वोट देना चाहिए जो समावेशी विकास कर सके.
#WATCH | Delhi: On AAP government, Andhra Pradesh CM N Chandrababu Naidu says, “…Delhi is a failed model. There is no doubt about it. Those who create wealth can talk about welfare. Without creating wealth, you cannot talk about distribution of welfare. You have to develop the pic.twitter.com/E9uLKqnnL1
— ANI (@ANI) February 3, 2025
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि नेताओं को हमेशा आज, कल और भविष्य के बारे में सोचना चाहिए. अच्छी सार्वजनिक नीति वाली सरकार समाज को बदल सकती है. नायडू की पार्टी TDP केंद्र में NDA की सहयोगी है.
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी बजट 2025 का पूरा समर्थन करती है क्योंकि इसका लक्ष्य 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य हासिल करना है. दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान है और नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे.
जाति और धर्म ही वास्तविकता, इसका सम्मान करना चाहिए…दिल्ली में बोले चंद्रबाबू नायडू
देश दुनियां की खबरें पाने के लिए ग्रुप से जुड़ें,
#INA #INA_NEWS #INANEWSAGENCY
Copyright Disclaimer :-Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
Credit By :-This post was first published on https://www.tv9hindi.com/, we have published it via RSS feed courtesy of Source link,