Political -Delhi Election: ₹6 की चाय, ₹12 की कॉफी… EC ने चुनाव प्रचार में लड्डू से लेकर झंडे, बैनर तक का रेट किया तय, देखें पूरी लिस्ट – #INA

चुनाव आयोग (EC) ने एक रेड कार्ड जारी किया है, जिसमें यह तय किया गया है कि दिल्ली विधानसभा चुनावों में उम्मीदवार प्रचार के दौरान अलग-अलग चीजों पर ज्यादा से ज्यादा कितना पैसा खर्च कर सकते हैं। उदाहरण के लिए 6 रुपए का पेन, 7 रुपए की पानी की बोतल, 12 रुपए के गुलाब जमुन और भी बहुत कुछ… चुनाव आयोग जिला निर्वाचन अधिकारियों की ओर से बाजार डीलरों, राजनीतिक दलों और कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) से जुटाए गए आंकड़ों के आधार पर बजट तय किया है कि एक उम्मीदवार प्रचार में ज्यादा से ज्यादा कितना खर्च कर सकता है।

वैसे तो ज्यादातर चीजों की तय कीमतें सभी विधानसभा क्षेत्रों में एक जैसी ही हैं, लेकिन फिर भी कुछ सामान की कीमतें लोकल मार्केट रेट के आधार पर तय की जाती हैं। आइटम वाइज रेट कार्ड के अलावा, चुनाव आयोग ने विधानसभा क्षेत्रों के लिए चुनाव खर्च की अधिकतम सीमा 40 लाख रुपए प्रति उम्मीदवार तय की है। लोकसभा चुनावों के लिए यही सीमा 95 लाख रुपए है।

पिछले कुछ सालों में खर्च की सीमा बढ़ाई गई

पिछले कुछ सालों में खर्च की सीमा बढ़ाई गई है। इसी कड़ी में 2019 में भी खर्च बढ़ाया गया था, जब लोकसभा उम्मीदवारों के लिए यह सीमा 70 लाख रुपए और विधानसभा उम्मीदवारों के लिए 28 लाख रुपए थी।

जिस दिन उम्मीदवार अपना नामांकन पत्र दाखिल करता है, उसके एक दिन के बाद से खर्च पर ये सीमा लागू होती है और चुनाव नतीजों वाले दिन खत्म होती है। दिल्ली चुनाव में नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 17 जनवरी थी और नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे।

दिल्ली में चल रहे चुनावों में, अनस्किल वर्कर के लिए डेली वेज रेट 692 रुपए से लेकर ग्रेजुएट्स और उससे ऊपर के लोगों के लिए 913 रुपए तक है।

लड्डू से लेकर छोले भटूरे तक का रेट तय

चुनाव आयोग ने पार्टी कार्यकर्ताओं और प्रचार कार्यक्रमों और रैलियों में भाग लेने वाले लोगों को दिए जाने वाले खाने पर खर्च की भी सीमा तय की है। दिल्ली में, जहां छोले-कुलचे और छोले-भटूरे सबसे लोकप्रिय खाना हैं, तो वहीं अधिकारियों ने छोले-कुलचे का मैक्सिमम रेट 35 रुपए और छोले भटूरे का मैक्सिमम रेट 40 रुपए तय किया है।

एक समोसा, एक ब्रेड पकौड़ा, एक लड्डू और एक गुलाब जामुन की कीमत 12-12 रुपए तय की है, जबकि 100 ml चाय की कीमत 6 रुपए है। 100 ml कॉफी की कीमत 12 रुपए है। वहीं अगर लंच और डिनर की बात की जाए, तो एक फुल प्लेट की कीमत 70 रुपए से ज्यादा नहीं हो सकती।

टेंट, कुर्सी और मेज पर होगा इतना खर्च

ज्यादातर पार्टियां या उम्मीदवार रैलियों और पब्लिक मीटिंग के जरिए ही प्रचार करती हैं। इसलिए अधिकारियों ने टेंट, कुर्सी और मेज से लेकर पोडियम, कालीन और जेनरेटर तक पर खर्च की सीमा भी तय कर दी है।

2,000 लोगों तक की सभाओं के लिए, सभी संबंधित खर्चों सहित मंच का मैक्सिमम रेट 30,000 रुपए प्रति कार्यक्रम तय की गई है। 250 से कम लोगों की छोटी सभाओं के लिए, स्टेजिंग रेट 6,150 रुपए है।

क्योंकि चुनाव सर्दियों में हो रहे हैं, इसलिए चुनाव आयोग ने रेडिएटर और ऑयल हीटर के लिए भी रेट तय किए हैं। मौसम बदलने की स्थिति में पंखों के लिए भी कीमतें तय की गई हैं।ॉ

झंडे, पोस्टर और बैनर की भी कीमत तय

झंडे, पोस्टर, हैंडबिल, होर्डिंग, कट-आउट और अलग-अलग आकारों के स्टिकर समेत कैंपेन से जुड़ी चीजों की कीमतें भी तय की गई हैं। यहां तक ​​कि पार्टी के चुनाव कार्यालयों में इस्तेमाल होने वाले पेन की कीमत भी 6 रुपए तय की गई है। पार्टी के चुनाव चिह्न और उम्मीदवारों की तस्वीरों वाले रिस्ट बैंड 4 रुपए और घड़ियों की कीमत 308 रुपए रखी गई है। प्रचार कार्यक्रमों में इस्तेमाल होने वाले म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट में ड्रम की कीमत 500 रुपए प्रतिदिन है।

अपने रोड शो और काफिले के लिए पशु किराए पर लेने वाले उम्मीदवारों के लिए, घोड़े के लिए अधिकतम कीमत 3,075 रुपये प्रतिदिन और हाथी के लिए 6,150 रुपए प्रतिदिन है। हालांकि, उम्मीदवारों को इसके लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी की मंजूरी लेनी होगी।

चुनाव प्रचार में तकनीक का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है, पार्टियां रैलियों और रोड शो की लाइव स्ट्रीमिंग कर रही हैं, इसलिए चुनाव आयोग ने LED और LCD डिस्प्ले स्क्रीन के अलावा ड्रोन के इस्तेमाल के लिए 7,000 रुपए प्रतिदिन का रेट तय किया है। इस्तेमाल किए जाने वाले हर एक वॉकी-टॉकी सेट की कीमत 246 रुपए प्रतिदिन है।

20 रुपए से महंगी नहीं होगी छोटी फूल माला

चुनाव प्रचार कार्यक्रमों में उम्मीदवारों और दूसरे अतिथियों के स्वागत के लिए अक्सर इस्तेमाल की जाने वाली मालाओं की भी अलग-अलग रेट तय किया गया है। हर एक छोटी माला की कीमत 20 रुपए से अधिक नहीं हो सकती, जबकि 10 फुट की माला की कीमत 1,500 रुपए से ज्यादा नहीं हो सकती। मंच की सजावट के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले फूलों की कीमत 35 रुपए पर स्क्वायर फुट होगी।

इतना ही नहीं पार्टी कार्यकर्ताओं के पहने जाने वाले हेडगियर और कपड़ों की भी कीमत तय की गई है। हर एक पगड़ी की कीमत 61 रुपए, पटके की कीमत 4 रुपए और पार्टी के चुनाव चिह्न और उम्मीदवारों की तस्वीरों वाली टोपी की कीमत 2 रुपए है। जबकि प्रिंटेड टी-शर्ट की कीमत 110 रुपए से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।

सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) का पार्टी चिन्ह झाड़ू, जिसका इस्तेमाल पार्टी कार्यालयों और कार्यक्रम स्थलों या चुनाव प्रचार के दौरान किया जाता है, उसकी कीमत भी 25 रुपए से ज्यादा नहीं हो सकती।

चुनाव आयोग ने 2-स्टार से लेकर 5-स्टार होटलों तक में ठहरने और SUV से लेकर साइकिल रिक्शा और ई-रिक्शा तक का करिया भी तय किया है। ई-रिक्शा के लिए 757 रुपए का रेट तय किया गया है।

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