अष्टयाम यज्ञ की तैयारी: जाफरपट्टी पंचायत में भव्य आयोजन की दिशा में बैठक

संवाददाता-राजेन्द्र कुमार ।

राजापाकर– प्रखंड क्षेत्र के जाफरपट्टी पंचायत अंतर्गत अल्लीपुर मंझीपुर शिव मंदिर परिसर में शुक्रवार को ग्रामीणों की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य अष्टयाम यज्ञ को लेकर विधिवत चर्चा करना था। यज्ञ का आयोजन आठ मई को कलश यात्रा से प्रारंभ होकर नौ मई से अष्टयाम यज्ञ शुरु होगा, और इसका समापन दस मई को पूर्णाहुति के साथ होगा। इसके बाद रात में राम विवाह संकीर्तन का आयोजन किया जायेगा।

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बैठक में उपस्थित सभी लोगों को कार्यों की जिम्मेदारी दी गई। इस दौरान सभी उपस्थित लोगों को बताया गया कि वे कार्यक्रम के शुरू होने पर समय पर उपस्थित रहेंगे। कार्यों का बंटवारा भी किया गया, ताकि आयोजन में कोई कमी ना आये। सभी ग्राम वासियों के सहयोग से हर साल की भाती इस साल भी शिव मंदिर परिसर में भव्य तरीके से अष्टयाम यज्ञ का आयोजन किया जाएगा।

इस बैठक में कई सक्रिय ग्रामीण शामिल हुए, जिनमें सत्य नारायण सिंह, शंकर सिंह, प्रसिद्ध नारायण सिंह, मच्छू सिंह, पूर्व मुखिया पारस सिंह, पूर्व विधायक प्रतिनिधि शंकर सिंह, लखीन्द्र सिंह, मिथिलेश सिंह, कृष्णदेव सिंह, शंकर पासवान, रणवीर सिंह, संतोष पासवान सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। इन सभी लोगों ने यज्ञ के सफल आयोजन के लिए अपनी भूमिका सुनिश्चित करने का संकल्प लिया।

चर्चा के दौरान, ग्रामीणों ने यज्ञ की महत्ता और इसके आध्यात्मिक लाभों पर भी विचार किया। कहा गया कि यह आयोजन न सिर्फ धार्मिक है, बल्कि इससे गांव में सामाजिक सद्भाव और एकता की भावना भी मजबूत होती है। इस प्रकार के आयोजन के दौरान, ग्रामवासियों में आपसी प्रेम और भाईचारा बढ़ता है, जो समाज के लिए बहुत लाभकारी है।

गांव के युवा वर्ग ने भी इस आयोजन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का वादा किया। कुछ युवाओं ने प्रस्ताव रखा कि इस बार सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाए, ताकि यज्ञ के पारंपरिक स्वरूप को और भी रंगीन बनाया जा सके। इस संबंध में सभी उपस्थित लोगों ने सहमति जताई और इस दिशा में आगे बढ़ने का आश्वासन दिया।

अष्टयाम यज्ञ के आयोजन से पहले की की गई यह बैठक सुनिश्चित करती है कि सभी तैयारियां समय पर पूरी हो जाएं। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि ग्रामीण समुदाय में आयोजन के प्रति गहरी भावना और सहयोग की भावना है। सभी उपस्थित लोगों ने यज्ञ के माध्यम से गांव की शांति, समृद्धि और खुशहाली की कामना की।

इस कार्यकारी बैठक में सहभागिता दर्शाती है कि जाफरपट्टी पंचायत के लोग धार्मिक आयोजनों को अपने सामाजिक जीवन का अभिन्न हिस्सा मानते हैं। ऐसे आयोजनों से न केवल धार्मिक आवश्यकताओं की पूर्ति होती है, बल्कि यह रिश्तों को मजबूती देने का एक माध्यम भी बनता है। इस प्रकार, अष्टयाम यज्ञ का आयोजन न सिर्फ आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सामुदायिक एकता और सहयोग का भी प्रतीक है।

अंत में, ग्रामीणों का यह प्रयास निश्चित रूप से अष्टयाम यज्ञ के आयोजन को सफल बनाने में सहायक सिद्ध होगा, और वे अपने सांस्कृतिक धरोहर को आगे बढ़ाने में सफल रहेंगे।

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