पड़री में प्रधान और सेक्रटरी ने किया ग्रामसभा का लगभग 11 लाख रुपये का गबन

🔵दिल्ली, मुंबई में काम करने वाले व्यक्तियों के खाते में भेजा गया मनरेगा का पैसा 

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 🔴शपथ पत्र देकर शिकायतकर्ता ने जिलाधिकारी से की कार्रवाई की मांग 

कुशीनगर। जिले के रामकोला विकासखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत पड़री में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शैलेष और तत्कालीन सेक्रेटरी राजेश यादव के मिलीभगत से 10 लाख 88 हजार रुपये सरकारी धन  गबन किये जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। प्रधान व सेक्रेटरी के कारस्तानी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली और मुंबई कमाने वाले फर्जी जॉब कार्ड धारकों के बैंक खातों में बगैर काम किये पैसा भेज कर निकाला गया है । गांव के नूर मोहम्मद ने जिलाधिकारी को शपथ पत्र देकर पूरे मामले की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है।

जिलाधिकारी को दिए गए शपथपत्र में शिकायतकर्ता नूर मोहम्मद ने कहा है कि केंद्रीय वित्त एवं राज्य वित्त द्वारा निर्माण करायी गयी ह्यूम पाईप नाली निर्माण, सफाई किट, आंगनबाड़ी केन्द्र पर बर्तन खरीददारी, दिव्यांग शौचालय का निर्माण, हैण्ड पंप मरम्मत कार्य, हेण्डपंप रिबोर और स्कुल में डेस्क  ब्रेंच की खरीदारी के मद में सिर्फ  स्वास्तिक एसोशिएट फर्म के खाते में 9 लाख 29 हजार रुपये भुगतान किया गया है जो अपने आप मे सवाल है जबकि गांव में न तो नाली निर्माण हुआ है, न ही साफ सफाई के लिए कोई किट की खरीदारी की गई है। इतना ही नही  हैण्ड पम्प मरम्मत और हैण्ड पम्प रिबोर भी नही कराया गया है । बावजूद इन सभी मद से प्रधान प्रतिनिधि शैलेष कुशवाहा व तत्कालीन सेक्रेटरी राजेश यादव ने फर्जी बिल-बाउचर बनाकर लाखो रुपये बंदरबांट कर लिया है। इनकी मनबढई तो देखिये प्रशासनिक मद में  फर्जी बिल लगाकर  और डेस्क  ब्रेंच की खरीददारी में मनमाने धनराशि का भुगतान किया गया है। इसके अलावा दिव्यांग शौचालय का निर्माण मानक के विपरीत हुआ है, तो कुछ जगह बनवाये गये नाली  का भुगतान ग्राम प्रधान के संगे संबंधियों के बैंक खातों में किया गया है । आंगनबाड़ी केंद्र पर की गई बर्तन की खरीदारी में भी भारी अनियमितता बरती गई है।  इसके अलावा ग्राम पंचायत की साफ-सफाई के लिए मुहम्मद मंसुर अली के खाते में 45 हजार 2 सौ रूपये का भुगतान किया गया है। शिकायतकर्ता का कहना है कि मौके पर कोई साफ सफाई हुआ ही नही है ।

🔴बिना कार्य कराये किया गया भुगतान 

शिकायतकर्ता नूर मोहम्मद की माने तो नाली मरम्मत के लिए मजदूरी के नाम पर मनोहर कुशवाहा के खाते में 55 हजार 590 रुपये भुगतान किया गया है जबकि यह कार्य भी नहीं किया गया है । झाड़ी कटाई के लिए अराफात अली के बैंक खाते में 20 हजार 400 रूपये का भुगतान किया गया है लेकिन गांव में झाड़ियों की साफ सफाई नहीं की गई है । अब देखना दिलचस्प होगा कि गांव के चहुंमुखी विकास के लिए योगी सरकार में शासन द्वारा अवमुक्त किये गये धनराशि को डकारने वाले ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शैलेष कुशवाहा और सेक्रटरी राजेश यादव के खिलाफ जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज क्या कार्रवाई करते है वैसे डीएम के सख्त कार्य प्रणाली से सभी वाकिफ है ऐसे मे प्रधान व जनपद के बाहर स्थानांतरित सेक्रेटरी के खिलाफ कार्रवाई तय मानी जा रही है। फिलहाल शिकायतकर्ता के शिकायत के बाद प्रधान गीता कुशवाहा, उनके पति शैलेष कुशवाहा और आजमगढ़ कार्य संभाल रहे तत्कालीन सेक्रेटरी राजेश यादव की नींद हराम हो गयी है।

🔴एक दिन मे किया गया सब भुगतान 

बतादे कि तत्कालीन ग्राम पंचायत सचिव राजेश यादव का अन्यत्र जनपद में स्थानान्तरण होने के बाद भ्रष्टाचार के नियत से वह ग्राम प्रधान व उनके प्रतिनिधि से साठगांठ कर 3 जुलाई – 2024 को योजनबद्ध तरीके से कूटरचित अभिलेख तैयार कर बिना कार्य कराये अनियमित रुप से कुल1088097रुपये(दसलाख अ‌ट्ठासी हजार सत्तानबे रुपये) की धनराशि आहरित कर सरकारी धन का गबन कर लिया गया है।

🔵रिपोर्ट – संजय चाणक्य 

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