आगरा छावनी परिषद के नए मनोनीत सदस्य राजेश गोयल ने रक्षा संपदा विभाग की अतिरिक्त महानिदेशक से की महत्वपूर्ण शिष्टाचार भेंट
आगरा, 17 दिसंबर( मोहम्मद शाहिद ): आगरा छावनी परिषद के नए मनोनीत सदस्य, राजेश गोयल ने मंगलवार को दिल्ली स्थित महानिदेशालय रक्षा संपदा में अतिरिक्त महानिदेशक सोनम यंगडोल से एक महत्वपूर्ण शिष्टाचार भेंट की। इस भेंट का मुख्य उद्देश्य आगरा छावनी क्षेत्र की समस्याओं को उजागर करना और उनकी समाधान के लिए उचित कदम उठाना था।
राजेश गोयल ने बैठक के दौरान अपनी चिंताओं को स्पष्ट किया और क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को अतिरिक्त महानिदेशक के सामने रखा। उन्होंने कहा कि आगरा छावनी क्षेत्र की विकास दर को बनाए रखने और उसका सतत विकास सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है कि यहां के बुनियादी ढांचे में सुधार की दिशा में तात्कालिक कदम उठाए जाएं।
छावनी परिषद के लिए अतिरिक्त बजट की मांग
राजेश गोयल ने इस अवसर पर आगरा छावनी परिषद के लिए अतिरिक्त बजट की मांग की। उन्होंने स्पष्ट किया कि वर्तमान बजट में उपेक्षित बुनियादी सुविधाओं, जैसे कि सड़कें, विद्युत व्यवस्था और सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएँ, के लिए समुचित फंड की आवश्यकता है। गोयल का कहना था कि यदि इन मुद्दों का समय पर समाधान नहीं किया गया, तो इसका सीधा असर समग्र विकास और क्षेत्रवासियों की जीवन-शैली पर पड़ेगा।
अतिरिक्त महानिदेशक का आश्वासन
सोनम यंगडोल ने गोयल की बातों को ध्यानपूर्वक सुना और कई महत्वपूर्ण आश्वासन दिए। उन्होंने यह विश्वास दिलाया कि आगरा छावनी क्षेत्र की समस्याओं का निस्तारण गंभीरता से लिया जाएगा। इसके अतिरिक्त, उन्होंने आगे कहा कि इस माह के भीतर छावनी परिषद के लिए अतिरिक्त बजट की राशि पहुंच जाएगी, जिससे विकास कार्यों के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध हों सकें।
क्षेत्र के विकास के लिए आवश्यक कदम
यह भेंट इस बात का प्रमाण है कि आगरा छावनी परिषद के नए सदस्य राजेश गोयल क्षेत्र के विकास के प्रति गंभीर हैं। उनका यह कदम न सिर्फ स्थानीय समस्याओं को उठाने का माध्यम है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि वे सरकारी मशीनरी के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए तैयार हैं। गोयल ने अपने कार्यकाल की शुरुआत में ही इस तरह की सक्रियता दिखाकर यह संकेत दिया है कि वे क्षेत्रवासियों की आवाज़ को उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
राजेश गोयल की इस पहल से यह उम्मीद बंधी है कि आगरा छावनी क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे और स्थानीय प्रशासन की प्राथमिकताओं में क्षेत्र की आवश्यकताओं को शामिल किया जाएगा। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि स्थानीय निवासियों के साथ नियमित संवाद स्थापित किया जाए, ताकि उनकी आवश्यकताओं और समस्याओं का समय-समय पर जायजा लिया जा सके।
राजेश गोयल की नियुक्ति के बाद से ही आगरा छावनी क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव की उम्मीदें जगी हैं। उनकी यह मुलाकात न केवल प्रशासनिक सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह भी बताती है कि आज के समय में स्थानीय नेतृत्व कैसे अपने क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इस प्रकार, इस पहल से ना केवल आगरा छावनी क्षेत्र को लाभ मिलेगा, बल्कि यह अन्य क्षेत्रों के लिए भी एक उदाहरण बनकर उभरेगा। समग्र विकास के लिए सुनिश्चित प्रयासों के साथ, आने वाले समय में आगरा छावनी क्षेत्र एक व्यवस्था एवं विकास के आदर्श उदाहरण के रूप में उभर सकता है।