दुनियां – रूस पहुंचे राजनाथ सिंह, पुतिन से करेंगे बात, INS तुशील के कमिशनिंग में लेंगे हिस्सा – #INA
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह INS तुशील के कमिशनिंग में हिस्सा लेने के लिए रूस की राजधानी मॉस्को पहुंचे हैं. इस दौरान वो अपने समकक्ष आंद्रे बेलौसोव के साथ-साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी बातचीत करेंगे. इसके साथ ही वो सैन्य और सैन्य तकनीकी सहयोग पर भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग की 21वीं बैठक की सह-अध्यक्षता भी करेंगे. इस दौरान कई वैश्विक मुद्दों पर चर्चा होगी.
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रूस के रक्षा मंत्री बेलौसोव रक्षा के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंधों की की समीक्षा करेंगे. इसके अलावा वे आपसी हितों के समकालीन क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे, जिसमें सैन्य एवं औद्योगिक सहयोग शामिल है. इसके अलावाद्वितीय विश्व युद्ध के दौरान मारे गए सोवियत सैनिकों के सम्मान में सैनिको की समाधि पर श्रद्धांजलि भी अर्पित करेंगे. साथ ही वो मॉस्को में भारतीय समुदाय को भी संबोधित करेंगे.
INS तुशील को नौसेना में करेंगे शामिल
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी आज यानी 9 दिसंबर को रूस में निर्मित और स्वदेशी मिसाइलों के साथ-साथ अत्याधुनिक तकनीक से लैस युद्धपोत INS तुशील को कमीशन करेंगे. इस जंगी जहाज से समंदर में भारत की ताकत और बढ़ेगी. 3900 टन वजनी इस जंगी जहाज से दुश्मन भी कांप उठेगा.
अगर INS तुशील की खासियत की बात करें तो यह जंगी जहाज 125 मीटर लंबा और 3900 टन वजनी है, जो अपने घातक अटैक के लिए जाना जाता है. INS तुशील रूसी और भारतीय अत्याधुनिक तकनीकोंऔर वॉरशिप निर्माण का बेहतरीन मिक्सअप है. यह तलवार क्लास स्टेल्थ फ्रिगेट का हिस्सा है और इसे रूस के यंत्र शिपयार्ड में बनाया गया है. यह जहाज 59 किमी/घंटा की अधिकतम रफ्तार से चल सकता है.
इस जंगी जहाज में 18 अधिकारी और 180 सैनिक तैनात हो सकते हैं, जो 30 दिन तक समुद्र में रह सकते हैं. यह जहाज एडवांस इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम और 24 मीडियम रेंज की मिसाइलों से लैस है.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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