धर्म-कर्म-ज्योतिष – Mahakumbh 2025 . .: गंगा-यमुना की पवित्रता बचाने की पहल, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने संभाला मोर्चा, पानी की होगी रोज सैंपलिंग #INA

Mahakumbh 2025 . .: महाकुंभ भारत ऐसा पवित्र धार्मिक मेले है जो विश्वभर के लाखों श्रद्धालुओं को एक साथ जोड़ता है. लेकिन, इतने बड़े जनसमूह के एक साथ एक जगह पर जमा होने से पर्यावरण, विशेष रूप से गंगा और यमुना जैसी पवित्र नदियों पर भारी दबाव पड़ता है. इस बार महाकुंभ को स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कई अहम कदम उठाए हैं. गंगा और यमुना में गिरने वाले सभी नालों को पूरी तरह बंद कर दिया गया है. साथ ही, तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षित पेयजल सुनिश्चित करने के लिए रोजाना पानी के नमूनों की जांच की जा रही है. इसका उद्देश्य है कि हर किसी को पीने योग्य स्वच्छ पानी मिले. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड महाकुंभ (Mahakumbh 2025) के दौरान ये भी सुनिश्चित करेगा कि कहीं कोई ऐसा कार्य न हो जो प्रदूषण को बढ़ावा दे. स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए अलग-अलग अभियान चलाए जा रहे हैं. बोर्ड के कर्मचारी लगातार नदियों के पानी की गुणवत्ता की निगरानी कर रहे हैं.

गंगा-यमुना की पवित्रता बचाने की पहल

महाकुंभ विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक समागम है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) धार्मिक भावनाओं का सम्मान करने के इरादे से ये सभी कदम उठा रहे हैं. स्वच्छ नदियों से धार्मिक भावनाओं का सम्मान होता है. स्वच्छ पानी से बीमारियों का खतरा कम होगा और प्रदूषण कम करने से पर्यावरण संरक्षण में योगदान भी मिलेगा. स्वच्छ वातावरण पर्यटन को बढ़ावा देता है, जिसका सीधा असर भारत की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा.

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महाकुंभ (Mahakumbh 2025) के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ये सभी पहल न केवल धार्मिक भावनाओं का सम्मान करने के उद्देश्य से की गयी हैं बल्कि पर्यावरण संरक्षण और जन स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण हैं. इन प्रयासों से महाकुंभ एक स्वच्छ और सुरक्षित आयोजन अगर साबित हुआ तो इससे भारत का नाम विश्वभर में रोशन होगा. महाकुंभ का इतिहास बहुत पुराना है. विश्व के सबसे बड़े धार्मिक मेले में इस बार कई नए कदम उठाए गए हैं. कुछ ऐसे रिकॉर्ड भी इस बार बनाने की तैयारी की जा रही है जिसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करवाया जाएगा. इसके लिए सरकार कई करोड़ों रुपये भी खर्च कर रही है.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. हमारा चैनल इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

Mahakumbh 2025 . .: गंगा-यमुना की पवित्रता बचाने की पहल, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने संभाला मोर्चा, पानी की होगी रोज सैंपलिंग





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