वैशाली में जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा: लक्ष्य प्राप्ति पर जोर
संवाददाता राजेन्द्र कुमार
वैशाली/हाजीपुर, जिलाधिकारी के निर्देशानुसार, नोडल पदाधिकारी सह जिला योजना पदाधिकारी श्री नीरज की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र (डीआरसीसी) के तहत संचालित योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, और कुशल युवा कार्यक्रम योजना की प्रगति पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक में डीआरसीसी प्रबंधक रौशन आरा ने बताया कि बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना में वैशाली जिले ने राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। यह उपलब्धि विभाग द्वारा जारी अद्यतन रैंकिंग में दर्ज की गई है। हालांकि, अन्य दो योजनाओं – मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना और कुशल युवा कार्यक्रम योजना – के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अभी और प्रयास करने की आवश्यकता है। इन योजनाओं के लिए अधिक से अधिक आवेदन प्राप्त करने हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार अभियान चलाया जा रहा है।
नोडल पदाधिकारी श्री नीरज ने बैठक में योजनाओं की धीमी प्रगति पर चिंता व्यक्त करते हुए डीआरसीसी प्रबंधक को स्पष्ट निर्देश दिए कि पात्र छात्र-छात्राओं को शत-प्रतिशत लाभान्वित करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। उन्होंने सभी प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर, योजनाओं के लाभों को आम जनता तक पहुँचाने पर जोर दिया। श्री नीरज ने कहा कि प्रत्येक पात्र व्यक्ति को इन योजनाओं का लाभ मिलना सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना के अंतर्गत अधिकतम लाभार्थियों को आच्छादित करने के लिए, नोडल पदाधिकारी ने डीआरसीसी को जनप्रतिनिधियों, जीविका दीदियों, विकास मित्रों, सेविका-सहायिकाओं, विद्यालयों और महाविद्यालयों के प्रधानाध्यापकों एवं प्राचार्यों से समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा कि सभी प्रखंड कल्याण पदाधिकारी योजना हेतु योग्य लाभार्थियों की सूची डीआरसीसी को उपलब्ध कराएँ।
डीआरसीसी के सहायक प्रबंधकों को तीनों योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करने और सभी प्रखंडों में विशेष शिविर आयोजित करने का निर्देश दिया गया। इन शिविरों का उद्देश्य अधिक से अधिक आवेदन प्राप्त करना और पात्र लोगों को योजनाओं से जोड़ना है। बैठक में विशेष रूप से कुशल युवा कार्यक्रम योजना पर प्रकाश डाला गया, जिसमें 12वीं पास अभ्यर्थियों और 20 से 25 वर्ष के युवाओं को रोजगार खोजने में सहायता के लिए प्रतिमाह 1000 रुपये (कुल 24000 रुपये) की सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना के प्रचार-प्रसार पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
इस महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में नोडल पदाधिकारी श्री नीरज के अलावा, डीआरसीसी प्रबंधक रौशन आरा, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, और बीपीआरओ आदि उपस्थित रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही चुनौतियों का समाधान करना और लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करना था। इससे स्पष्ट है कि जिला प्रशासन इन योजनाओं के सफल क्रियान्वयन और अधिकतम लाभार्थियों तक पहुँच सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।