सरस हास्पिटल पर प्रसूता को बंधक बनाने का आरोप, पति ने डीएम से की शिकायत

🔴 बीते फरवरी माह मे सरस ग्रुप के कसया स्थित आरएस हास्पिटल द्वारा इलाज के अभाव मे युवक को मारने का मामला अभी शान्त नही हुआ है।
कुशीनगर। सूबे की योगी सरकार जहां आम लोगो के स्वास्थ्य को लेकर गंभीर है वही जिले में स्वास्थ्य विभाग के संरक्षण में निजी अस्पतालों में चिकित्सको मनमानी से मरीजो का शोषण व लापरवाही से मौत का सिलसिला जारी है। बीते फरवरी माह मे सरस ग्रुप के कसया स्थित आरएस हास्पिटल द्वारा पांच घंटे तक घायल युवक को इलाज के अभाव मे मार डालने का मामला अभी शान्त भी नही हुआ कि सरस हास्पिटल का एक नया मामला सामने आया है। मामला है पैसे के लिए मरीज को बन्धक बनाने व परिजनों को मारने पीटने का। पीडित ने जिलाधिकारी को हास्पिटल प्रशासन के खिलाफ शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगायी है।
जिलाधिकारी को दिये गये पत्र में पडरौना कोतवाली क्षेत्र के पडरी गांव के निवासी रामहरेश कुशवाहा ने कहा कि उनकी पत्नी प्रसव पीड़ा से ग्रसित थी जिन्हे 15 मार्च को जिला मुख्यालय रवीन्द्रनगर स्थित मेडिकल कालेज मे भर्ती कराया था। दुसरे दिन ब्लड बैंक में कार्यरत निखिल सिंह आये और मेरे ना मौजूदगी मे पत्नी व सास को बहला-फुसलाकर सस्ते व कम पैसे में बेहतर इलाज करवाने का झासा देकर पडरौना नगर के छावनी से स्थित सरस हास्पिटल भर्ती करवा दिया, जहा हास्पिटल प्रशासन व चिकित्सक ने नार्मल प्रसव कराने की बात कहकर पत्नी का आप्रेशन कर नवजात को एनआईसीयू मे रख दिया और अस्सी हजार रुपये की मांग करने लगे। रामहरेश ने डीएम व एसपी को दिये अपने पत्र मे कहा है कि कर्ज़ लेकर वह किसी तरह पचास हजार रुपये जमा किया।इसके बाद मेरे रिश्तेदार उमेश कुशवाहा बच्चे को डिस्चार्ज कराकर जिला अस्पताल लाकर भर्ती कराया जहां नवजात पूरी तरह सुरक्षित है। इस बात से खार खाये हास्पिटल के संचालक डाॅ आर्दश दूबे उमेश कुशवाहा को बात करने के लिए बुलाये और अपने चेम्बर मे गाली-गलौज करते हुए वहा मौजूद अपने बाउन्सर के साथ मिलकर मारने मिटने लगे। शिकायतकर्ता ने कहा कि हास्पिटल प्रशासन उसकी पत्नी को बंधक बनाकर रखा है और तीस हजार रुपये की मांग कर रहा है।
🔴 थाना-पुलिस कुछ नही करेगी
शिकायतकर्ता रामहरेश का जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को दिये गये पत्र में यह भी कहा है कि हास्पिटल प्रशासन के लोगो का कहना है कि हमारा कोई कुछ नही बिगाड़ सकता है। पुलिस – दरोगा हमारे हाथ मे है कोई कुछ नही करेगा, जहा चाहे वहा दौड लगाओ कोई फायदा नही होगा।
🔵 रिपोर्ट – संजय चाणक्य