मठिया गाँव में संदिग्ध मौत पर पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता
नितीश कुमार बिहार को पुलिस राज में तब्दील कर दिया है. लोगों को अपनी बात कहने की आज़ादी छिना जा रहा है- विधायक
संवाददाता-राजेन्द्र कुमार । बेतिया। लौरिया प्रखण्ड के मठिया में संदिग्ध मौत पर पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचा भाकपा माले का तीन सदसीय टीम. भाकपा माले केन्द्रीय कमिटी सदस्य सह सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता के नेतृत्व में इंसाफ मंच जिला सचिव फरहान राजा, भाकपा माले राज्य कमिटी सदस्य सुनील यादव आदि मठिया गाँव पहुंची. टीम ने मृतक मनीष चौधरी- 35, सुरेश चौधरी -52, पुजा देवी 25, नेयाज आलम 30, शिवराम 65 के परिजनों के साथ साथ गाँव के लोगों से मिला, मृतक परिवारों से मिल कर संवेदना व्यक्त किया.
भाकपा माले नेताओं ने जांच पड़ताल के बाद प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि जांच टीम को मठिया गाँव पहुचने से ठीक पहले से वहा कई थानों की पुलिस और सीओ, बीडीओ के साथ डाक्टरों की टीम कैम्प कर रहीं थी, माले नेताओं ने कहा कि पांच दिनों में पांच लोगों की मौत संदिग्ध लगतीं, आगे नेताओं ने कहा कि पुलिस प्रशासन का इतना दबाव है कि पीड़ित परिवार और गाँव के लोग जांच टीम के समक्ष मुंह खोलने की हिम्मत नहीं कर रहे थे। भाकपा माले केन्द्रीय कमिटी सदस्य सह सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि नितीश कुमार बिहार को पुलिस राज में तब्दील कर दिया है.
लोगों को अपनी बात कहने की जो आज़ादी छिना जा रहा है. अभी हाल में नितीश कुमार के तथाकथित प्रगति यात्रा के दौरान भिन्न भिन्न समुदाय के लोग अपनी समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री नितीश कुमार से मिलना चाहते थे, लेकिन नितीश कुमार किसी से नहीं मिले इतना ही बात नहीं है, लोग अपनी बात नहीं रखें इसके लिए एक दिन पहले ही किसी जिले में छात्रों- नौजवानों को समाजिक व राजनीतिक कार्यकर्ताओं को घर में ही नजरबंद किया गया, किसी जिले में गिरफ्तार कर थाने में रखा गया। यह सरकार इतनी डरी सहमी है कि लोगों के सभी वाजिब सवालों से भाग रहीं हैं, लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों को दमन कर रहीं हैं, भाजपा और जदयू की सरकार बिहार में बोझ बन गयी है, लोग इस सरकार बदलने के लिए आंदोलित है।