एस एन मेडिकल कॉलेज आगरा में कंटीन्यूइंग मेडिकल एजुकेशन कार्यक्रम का सफल आयोजन
आगरा ( अजित कुशवाह ) – एस एन मेडिकल कॉलेज आगरा में हाल ही में एक महत्वपूर्ण कंटीन्यूइंग मेडिकल एजुकेशन (C.M.E.) कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर के चिकित्सा विशेषज्ञों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों में रक्त संचरण से संबंधित नवीनतम विकासों पर चर्चा करना था।
कार्यक्रम का आयोजन ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग एवं बाल रोग विभाग द्वारा किया गया, और इसे कॉलेज के प्रधानाचार्य, डॉ. प्रशांत गुप्ता के मार्गदर्शन में संचालित किया गया। C.M.E. कार्यक्रम में यूके और यूएसए के प्रवासी डॉक्टरों ने हिस्सा लिया, जिन्होंने छात्रों और युवा चिकित्सकों के साथ अपने अनुभव साझा किए।
इस कार्यक्रम का शीर्षक “Aspect of Blood Transfusion in Pediatric Age” था, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में डॉक्टर कैसैंड्रा डी जोसेफसन, प्रोफेसर ऑनकोलॉजी और पैथोलॉजी, जॉन होपकिन्स यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन, यूएसए और डॉक्टर सिमोन स्टेनवर्थ, कंसलटेंट हैमेटोलॉजिस्ट, जॉन रेडक्लिफ हॉस्पिटल, एवं प्रोफेसर हैमेटोलॉजी एवं ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन, यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड, यूके उपस्थित थे। इन विशेषज्ञों ने बच्चों के लिए रक्तदान में हो रहे नवीनतम प्रगति और तकनीकों पर ज्ञानवर्धक व्याख्यान दिया।
डॉ. प्रशांत गुप्ता ने अपने उद्घाटन भाषण में बताया कि सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज आगरा, अंतरराष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करके न केवल फैकल्टी और रेजिडेंट्स को नवीनतम चिकित्सा ज्ञान से अवगत करवा रहा है, बल्कि मरीजों के उपचार में भी सुधार करने का प्रयास कर रहा है।
इस कार्यक्रम में अन्य मुख्य संगठक डॉक्टर नीरज यादव, विभागाध्यक्ष बाल रोग विभाग, डॉक्टर नीतू चौहान, विभागाध्यक्ष ट्रांसफ़्यूजन मेडिसिन विभाग, तथा डॉक्टर राजेश्वर दयाल, डॉक्टर पंकज कुमार, डॉक्टर मधु नायक, डॉक्टर शिव प्रताप और डॉ. प्रीति भारद्वाज भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. राम क्षितिज शर्मा ने किया।
यह C.M.E. कार्यक्रम एस एन मेडिकल कॉलेज के छात्रों और चिकित्सकों के लिए एक शिक्षा और प्रेरणा का स्रोत साबित हुआ, जो चिकित्सा क्षेत्र में निरंतर विकास के प्रति उनकी समर्पितता को दर्शाता है। इस तरह के आयोजनों से न केवल मेडिकल छात्रों को सिखने का मौका मिलता है, बल्कि यह उन्हें अपने क्षेत्र में नवीनतम शोध और तकनीकों को समझने में भी मदद करता है।
आगरा में ऐसी पहलें भारतीय चिकित्सा शिक्षा के स्तर को उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं, और उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित होते रहेंगे।