Tach – Best Screen Guard:  फोन पर लगवाएं ये वाला स्क्रीन गार्ड, नहीं पड़ेंगे स्क्रैच, मोबाइल लगेगा बिल्कुल नया!

Best Screen Guard For Mobile: नया स्मार्टफोन हो या फिर पुराना, स्क्रीन की प्रोटेक्शन के लिए बहुत से लोग मोबाइल पर स्क्रीन गार्ड या फिर टेम्पर्ड ग्लास लगवाते हैं. इनको लगाने के बाद फोन की स्क्रीन सेफ रहती है. साथ ही स्क्रैच भी स्क्रीन की जगह बस गार्ड पर पड़ते हैं. अगर आप भी फोन पर गार्ड लगवाने वाले हैं, तो पहले जान लें कि कौन-सा स्क्रीन गार्ड आजकल सबसे ज्यादा पसंद किया जा रहा है.

Table of Contents

फोन पर कौन-सा स्क्रीन गार्ड लगाना चाहिए?
करोल बाग की गफ्फार मार्केट के होलसेलर साहिल ने लोकल 18 से बात करते हुए कहा, ‘तेल वाला स्क्रीन गार्ड एक ऑयल बेस्ड स्क्रीन गार्ड है. उन्होंने बताया कि जहां पहले साधारण किस्म के स्क्रीन गार्ड आया करते थे, जो कुछ महीनों बाद ही खराब हो जाते थे. या फिर उन पर काफी ज्यादा स्क्रैच पड़ जाते थे. इस स्क्रीन गार्ड की खासियत है कि इस पर किसी भी तरह का कोई स्क्रैच नहीं पड़ता.’

उन्होंने कहा इस पर एक तरह के तेल होता है, जिसके कारण किसी भी तरह का स्क्रैच नहीं लगता है. अब ज्यादातर स्क्रीन गार्ड इसी तरह के आ रहे हैं और उनकी होलसेल की कीमत 40 रुपए से लेकर 100 रुपए होती है. वहीं, रिटेल में इनकी कीमत 100 रुपए से शुरू हो जाती है.

इसे भी पढ़ें – ऑनलाइन ट्रेडिंग और मुनाफे का लालच ले डूबा, डिजिटल अरेस्ट से हो गई 50 लाख की ठगी, जानिए कैसे

क्या एक रुपये में भी मिलता है स्क्रीन गार्ड?
1 रुपए वाले स्क्रीन गार्ड के बारे में जब Local 18 की टीम ने साहिल से जानने की कोशिश की, तो उन्होंने बताया कि यह सब चीजें सोशल मीडिया पर लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए कही जाती हैं. वो उदाहरण देते हुए कहते हैं मान लिया जाए कि कोई स्क्रीन गार्ड 1 रुपए में मैन्युफैक्चर होता है, तब भी वह स्क्रीन गार्ड हमारे तक पहुंचते पहुंचते 10 से 15 रुपए का हो जाता है. लेकिन अब ऐसा कुछ नहीं है अब स्क्रीन गार्ड हमारे तक पहुंचते-पहुंचते करीब 40 से 50 रुपए का हो जाता है या फिर 30 रुपए तक हमें भी स्क्रीन गार्ड खरीदना ही पड़ता है, जो कि अच्छी क्वालिटी का होता है.

उन्होंने कहा यदि अगर कोई 1 रुपए का स्क्रीन गार्ड बेचता भी है, तो या तो उसके पास कुछ पुराना माल है या फिर कुछ खराब माल ही वो किसी को बेच रहा है.


Source link

Back to top button
Close
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science
Eng News